भागलपुर: कोई प्रचार-प्रसार नहीं. न ब्रांडिंग से कोई मतलब. जिनसे भी हाल-चाल पूछिए, एक ही जवाब मिलता है-सब जोड़ा महादेव की कृपा है. ऊबड़-खाबड़ सड़कों से होते हुए इसी जोड़ा महादेव के गांव ऊपरी भिट्ठी (सबौर) में गुरुवार को हम पहुंचते हैं. गांव के मुहाने पर साधारण-सा तोरणद्वार मिलता है, जहां लाउडस्पीकर पर गाना बज रहा होता है. यहां तो ऐसा कुछ नहीं लगा कि अंदर का नजारा कुछ और ही होगा. लेकिन जैसे ही हम गांव पहुंचते हैं, माहौल ही बदल जाता है. मेला में सैकड़ों लोग, पर गजब की शांति. सहौड़ा नाथ जोड़ा महादेव के मंदिर में इसी परिसर के कुएं के जल से एक तरफ लगातार हो रहा जलाभिषेक, तो दूसरी ओर अखाड़े की तैयारी करते कई राज्यों के पहलवान. अखाड़े के दर्शक दीर्घा में भरते जा रहे लोग. मंदिर के ठीक बगल में स्टेज पर पर्दे टांगते मजदूर. पूछने पर बताते हैं कि रात में ”हथकड़ी खोल दो” नाटक का मंचन होगा. विभिन्न गांवों से महिलाओं का अपने बच्चे-पति या सहेलियों के साथ जुटान दोपहर में ही शुरू हो गया था. मेले में झूले, अलग-अलग सामग्रियों की कतारों में सजी दुकानें. यहां चूड़ी, बिंदी, टीका, रंगों का टैटू, जलेबियां, शीतल पेय, खिलौने आदि सामग्री सजी हुई. ग्रामीण बताते हैं कि महाशिवरात्रि पर यहां हर वर्ष मेला लगता है. शुक्रवार को भी मेला का आयोजन होगा.
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