गलगलिया के रास्ते नेपाल जाने की फिराक में थी
किशनगंज पुलिस ने एफएफआरओ को भी सूचित कर दिया है, गृह विभाग के विदेशी नागरिक विभाग को भी सूचना दी गई है और कोलकत्ता में यूएस कॉन्सुलेट जनरल को भी सूचित किया है. बता दे की महिला को जिले के गलगलिया इंडो-नेपाल बोर्डर से हिरासत में लिया गया है. वह बिहार के किशनगंज जिले के गलगलिया के रास्ते नेपाल जाने की फिराक में थी. सीमा पर महिला फरीदा मल्लिक से जब पूछताछ की गई तो वो कोई संतोषजनक जवाब और वैध कागजात नहीं दिखा पायी, जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया.
क्या कहते है एसपी
एसपी डॉ इनाम उल हक मेंगनु ने बताया कि अभी तक के अनुसंधान में यह पता चला है कि वह महिला मूल रूप से पाकिस्तान की है लेकिन उसने पाकिस्तान की नागरिकता छोड़कर अमेरिका की नागरिकता ले ली है. यूएस के पासपोर्ट, वीजा और डॉक्युमेंट से इंडिया में ट्रेवल करती है और नेपाल बेधड़क ट्रेवल करती है. उन्होंने बताया कि पूर्व में भी एसएसबी ने इस महिला को उतराखंड में गिरफ्तार किया था और ग्यारह महीना जेल में रही थी. जेल से निकलने के बाद वापस उसे यूएसए भेज दिया गया था.
Also Read: Indian Railways : बिहार के रास्ते सियालदाह और लालकुआं के बीच चलेगी एक और छठ पूजा स्पेशल ट्रेन
अवैध इमिग्रेशन होगा तो केस होगा
एसपी ने बताया कि अगर अवैध आव्रजन होगा तो पासपोर्ट अधिनियम में केस होगा. एसपी डॉ मेंगून ने बताया कि एसएसबी और किशनगंज पुलिस ने जॉइंट टीम बॉर्डर पर थी और महिला से जब नेपाल जाने का वैध डॉक्युमेंट मांगा गया तो दिखा नहीं पाई. उनके उत्तराखंड के कोई अधिवक्ता है जो डॉक्युमेंट मंगा रहे है. उसके बाद ही उसपर निर्णय लिया जाएगा. एसपी ने बताया कि अवैध इमिग्रेशन होगा तो केस होगा और वीजा नहीं है तो उनके देश को डिपोर्ट किया जाएगा.