संवाददाता, पटना पटना के शहरी व ग्रामीण इलाकाें में स्थित 80 थानाें में अप्रैल तक हत्या के 839 केस लंबित हैं. यह केस कई सालों के हैं. इन 839 लंबित केसों में 768 केसों में सभी नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण लंबित है. मात्र हत्या के 115 केस जांच के लिए लंबित हैं. खास बात यह है कि 72 केस के अनुसंधानकर्ताओं ने तबादला के बावजूद दूसरे पुलिस पदाधिकारी को चार्ज नहीं दिया है. जिसके कारण अनुसंधान आगे नहीं बढ़ी और केस का निबटारा नहीं हुआ. साथ ही 129 ऐसे केस हैं, जो एफएसएल रिपोर्ट के इंतजार में है. यह खुलासा एसएसपी अवकाश कुमार के हत्या के लंबित मामलों में समीक्षा के दौरान हुआ है. इसके बाद उन्होंने सभी डीएसपी व थानाध्यक्षों को जल्द से जल्द केसों का निबटारा करने का निर्देश दिया है. सबसे अधिक केस एसडीपीओ सदर टू के तहत थानों में लंबित पटना जिला के तमाम अनुमंडलों में एसडीपीओ सदर टू के अन्तर्गत आने वाले थानों में हत्या के सबसे अधिक 79 केस लंबित हैं. जबकि सबसे कम 7 एसडीपीओ वन विधि व्यवस्था के क्षेत्र में लंबित हैं. मसाैढ़ी एसडीपीओ वन पुलिस अनुमंडल में 15 केस दूसरे अनुसंधानकर्ता को प्रभार नहीं देने के कारण लंबित हैं. साथ ही एफएसएल की रिपोर्ट के इंतजार में दानापुर एसडीपीओ के तहत आने वाले थानों में 17 केस लंबित हैं. 202 केसों में कुर्की जब्ती व वारंट का आदेश मिला पुलिस की ओर से न्यायालय में 218 केसों में फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए वारंट व कुर्की-जब्ती का आदेश आवेदन दिया था. इनमें से 202 केसों में न्यायालय से वारंट व कुर्की-जब्ती का आदेश मिल गया है. इन कारणों से लंबित हैं केस केस के अनुसंधानकर्ताओं ने दिया चार्ज- 72 सभी नामजद की नहीं हुई गिरफ्तारी- 768 कुर्की जब्ती के लिए दिया गया आवेदन-218 केस डायरी संपूर्ण नहीं होने के कारण-271 एफएसएल रिपाेर्ट के इंतजार में-129 जांच के लिए लंबित-115 सबसे अधिक केस लंबित वाले अनुमंडल सदर एसडीपीओ टू- 79 फतुहा एसडीपीओ वन-74 दानापुर एसडीपीओ टू- 73 पटना सिटी एसडीपीओ टू- 65 मसाैढ़ी एसडीपीओ वन- 59 सबसे कम लंबित केस वाले पुलिस अनुमंडल विधि-व्यवस्था एसडीपीओ वन- 07 टाउन एसडीपीओ टू- 08 सचिवालय एसडीपीओ वन- 09 पालीगंज एसडीपीओ टू- 15 फतुहा एसडीपीओ टू- 18
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