महात्मा गांधी सेतु के समानांतर फोरलेन पुल बन रहा है. इसका काम तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया गया है. सीएम नीतीश कुमार पुल निर्माण कार्य का जायजा लेने यहां रविवार को पहुंचे थे. इस नए पुल के बन जाने से महात्मा गांधी सेतु पर से ट्रैफिक लोड घटेगा. लोग जाम की जिस समस्या से रोज जूझते हैं उससे मुक्ति मिलेगी. उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच यातायात व्यवस्था आसान होगी. इस पुल का 60 फीसदी काम पूरा हो चुका है. 1794 करोड़ से बन रहा यह पुल कबतक बनकर तैयार होगा, इसकी जानकारी भी सामने आयी है.
इन जिलों के लोगों को मिलेगा सीधा लाभ…
महात्मा गांधी सेतु के समानांतर पुल बन जाने से मुजफ्फरपुर, सारण और वैशाली जिले की जनता को इसका सीधा लाभ मिलेगा. पटना आने-जाने में भी जाम की समस्या लोगों को नहीं झेलनी पड़ेगी. पटना इस पुल से होकर पहुंचना आसान हो जाएगा.
ALSO READ: Bridge In Bihar: गांधी सेतु के पास बन रहे इस पुल का तेज होगा निर्माण कार्य… सीएम नीतीश ने किया निरीक्षण
8 लेन का एप्रोच रोड, 14.5 किलोमीटर लंबा होगा पुल
समानांतर पुल के निर्माण कार्य के बारे में पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने बताया कि यह पुल 14.5 किलोमीटर लंबी होगी. दोनों तरफ आठ लेन का एप्रोच रोड भी बन रहा है.
कितना काम पूरा हुआ?
1794 करोड़ की लागत से बन रहे इस पुल का 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. पटना के जीरोमाइल से हाजीपुर के बीएसएनएल गोलंबर रामाशीष चौक तक पुल बन रहा है.इसके सुपर स्ट्रक्चर का काम 80 प्रतिशत और फ्लाइओवर निर्माण में सब स्ट्रेक्चर का काम 90 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है.
कबतक बन जाएगा पुल? जेपी गंगापथ से भी जोड़ा जाएगा
हाजीपुर के जढुआ के पास टोल प्लाजा बनेगा. ट्रैफिक की निगरानी के लिए एडवांस ट्रैफिक मॉनिटरिंग सिस्टम भी लगाया जाएगा. इस समानांतर फोरलेन पुल का काम मार्च 2027 तक पूरा होने की संभावना है. हाल में ही सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों को इंजीनियरों को निर्देश दिया है कि इस नए फोरलेन को जेपी गंगापथ से भी जोड़ा जाए.