समझदारी पर उठाए सवाल
प्रशांत किशोर ने कहा कि तेजस्वी यादव को तो खैर बजट की समझ है ही नहीं है. अगर कांग्रेस के बड़े अर्थशास्त्री पी चिदंबरम बिहार आकर बता दें कि इतना पैसा कहां से आएगा, तो हम मानेंगे. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर यह योजना इतनी महत्वपूर्ण है, तो कांग्रेस ने इसे पहले अपने शासन वाले राज्यों कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश या तेलंगाना में क्यों लागू नहीं किया?
बीजेपी नेता को भी लपेटा
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने भाजपा सांसद संजय जायसवाल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि संजय जायसवाल को उनकी अपनी पार्टी ने खुद आउट कर दिया है और अब वे अपने बड़े भाई, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के लिए मददगार की तरह काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, “दिलीप जायसवाल पर सिखों का कॉलेज कब्जा करने का आरोप है, हत्या का आरोप है, वो खुद छुपकर बैठ गए हैं. हमारे आरोपों का अभी तक जवाब भी नहीं दिया है. लेकिन क्रिकेट के खेल की तरह ही जब असली बल्लेबाज आउट हो जाता है, तो रनर को भी जाना पड़ता है. वैसे ही बड़े भाई तो गए ही गए हैं, अब ये रनर भी जाएंगे.
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क्या मोतिहारी को समुद्र के पास ले जाएंगे सीए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणाओं पर तंज कसते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि वे मोतिहारी को मुंबई बनाने वाले हैं, यह सिर्फ तुकबंदी है. एम से मोतिहारी और एम से मुंबई. जैसे पी से पटना को पी से पुणे बना देने की बात करते हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जैसे चीनी मिल शुरू हो गया, वैसे ही यह भी हो जाएगा. उन्होंने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी मोतिहारी के पास समुद्र भी ले आएंगे?
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