25 मार्च को होगी अहम बैठक
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर 25 मार्च को निर्वाचन विभाग में पहली अहम बैठक होगी. यह बैठक सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक मुख्य निर्वाचन अधिकारी एचआर श्रीनिवास की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी. इसमें जिलास्तरीय स्वीप (SVEEP) नोडल अधिकारी शामिल होंगे. बैठक में चुनाव में मतदाता सहभागिता बढ़ाने और जागरूकता अभियान चलाने को लेकर चर्चा की जाएगी. इस संबंध में निर्वाचन विभाग के अवर सचिव प्रमोद कुमार ने सभी जिलों के डीएम को पत्र भेजा है.
कम मतदान वाले बूथों पर विशेष रणनीति
चुनाव में कम मतदान वाले बूथों पर वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए विशेष रणनीति बनाई जाएगी. अधिकारियों के मुताबिक, बूथों को तीन श्रेणियों में विभाजित किया जाएगा. मतदान प्रतिशत के हिस्सा से बूथों तो तीन श्रेणियों में बांटा जाएगा. पहले श्रेणी में उन बूथों को रखा जाएगा, जहां वोटिंग प्रतिशत अधिक है. वहीं दूसरे श्रेणी में उन बूथों को शामिल किया जाएगा. यहां मतदान प्रतिशत सबसे कम है. तीसरे श्रेणी में वैसे बूथ होंगे जहां मतदान प्रतिशत मध्यम है.
तीन श्रेणी में बंटेगा बूथ
जैसे A श्रेणी: सबसे अधिक मतदान प्रतिशत वाले बूथ, B श्रेणी: सबसे कम मतदान प्रतिशत वाले बूथ और C श्रेणी: मध्यम मतदान प्रतिशत वाले बूथ हर श्रेणी के लिए अलग-अलग तरीके से जागरुकता अभियान चलाया जाएगा. फिलहाल, निर्वाचन विभाग मतदाता सूची तैयार करने, संशोधन करने और नए नाम जोड़ने की प्रक्रिया में जुटा है. 1 जनवरी, 2025 की अहर्ता तिथि के आधार पर अंतिम मतदाता सूची जारी की गई है.
राष्ट्रीय औसत से अधिक मतदान का लक्ष्य
बिहार में मतदान प्रतिशत को राष्ट्रीय औसत से ऊपर ले जाने का लक्ष्य रखा गया है. अधिकारियों के अनुसार, 2020 के विधानसभा चुनाव में बिहार में 57.34 प्रतिशत मतदान हुआ था. 2024 के लोकसभा चुनाव में यह घटकर 56.28 प्रतिशत रह गया. 2019 के लोकसभा चुनाव का राष्ट्रीय औसत मतदान प्रतिशत 67.40 था, जबकि 2024 में यह घटकर 66.10 प्रतिशत हो गया. निर्वाचन विभाग का प्रयास है कि बिहार में मतदान प्रतिशत को बढ़ाकर राष्ट्रीय औसत के करीब या उससे अधिक पहुंचाया जाए.
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