इंटरव्यू के बाद होगी शिक्षकों की नियुक्ति
इन कोचिंग सेंटरों में पढ़ाने के लिए सरकारी स्कूलों में कार्यरत योग्य शिक्षकों की ही नियुक्ति की जाएगी. हालांकि, इन शिक्षकों की नियुक्ति एक इंटरव्यू प्रक्रिया के बाद ही की जाएगी, ताकि केवल सक्षम और प्रेरित शिक्षक ही कोचिंग सेंटर में पढ़ा सकें. छात्रों का चयन स्कूल स्तर पर किया जाएगा, जिससे सही और योग्य छात्रों को इस सुविधा का लाभ मिल सके.
छात्रों के लिए प्रकाशित होगी मैगजीन
डॉ. एस. सिद्धार्थ ने यह भी बताया कि छात्रों की जानकारी और रुचि को बढ़ाने के लिए स्कूलों में विशेष मैगजीन प्रकाशित की जाएगी. यह मैगजीन कक्षा 1 से 5वीं, 6 से 8वीं और 9 से 12वीं तक के छात्रों के लिए अलग-अलग होगी. खासतौर पर माध्यमिक और उच्च माध्यमिक छात्रों के लिए अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी, जिसमें करियर गाइडेंस, विज्ञान, सामान्य अध्ययन जैसी उपयोगी जानकारियां शामिल होंगी.
साथ ही शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे कक्षा में पढ़ाने के साथ-साथ छात्रों को होमवर्क भी दें, ताकि पढ़ाई घर तक सीमित न रहे और अभिभावकों की भागीदारी भी सुनिश्चित हो सके. इससे छात्र पढ़ाई में ज्यादा सक्रिय रहेंगे और उनके अभिभावक भी शिक्षा के महत्व को गंभीरता से समझेंगे.
शिक्षा विभाग जल्द जारी करेगा नया शैक्षिक कैलेंडर
कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि बिहार बोर्ड और शिक्षा विभाग जल्द ही नया शैक्षिक कैलेंडर जारी करेंगे. 10वीं और 12वीं कक्षा की सेटअप परीक्षा की तिथियों में भी आवश्यक बदलाव किया जाएगा. इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में 2022-2023 में राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त पांच शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया, जिनमें कैमूर, सीतामढ़ी, पटना, किशनगंज और शेखपुरा जिलों के शिक्षकों के नाम शामिल हैं.
ALSO READ: Prashant Kishor: “बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ाएं… फीस सरकार देगी”, चुनाव से पहले प्रशांत किशोर का बड़ा बयान