अत्याधुनिक सुविधाओं से होगा लैस
मिली जानकारी के अनुसार लगभग 48.96 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह हाट तीन मंजिला इंपोरियम के रूप में विकसित किया जा रहा है. इसमें अत्याधुनिक सुविधाएं जैसे अंडरग्राउंड और सर्फेस पार्किंग, दो रेस्टोरेंट, बच्चों और युवाओं के लिए गेम जोन, फायर फाइटिंग सिस्टम, लिफ्ट, जल टंकी, सीसीटीवी निगरानी, सोलर पावर जेनरेशन सिस्टम और स्ट्रीट लाइटिंग की भी पर्याप्त व्यवस्था रहेगी.
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यहां प्रदर्शित होने वाली कलाएं
बता दें कि इस हाट का डिजाइन मधुबनी जिले के “मिथिला हाट” की तर्ज पर किया गया है. इस हाट में बिहार की प्रसिद्ध कलाओं और शिल्पों को प्रदर्शित किया जाएगा. इन कलाओं और शिल्पों में मधुबनी पेंटिंग, भागलपुर की मंजूषा कला, पटना की टिकुली पेंटिंग, सिक्की शिल्प, समस्तीपुर का बांस-बेंत शिल्प, दरभंगा की मिट्टी और चीनी मिट्टी की कलाएं, मुजफ्फरपुर की सुजनी कढ़ाई, गया का पत्थर शिल्प और नालंदा की बूटी कला प्रमुख है. इस परियोजना के पूरा होने के बाद यह स्थान न केवल बिहार की पारंपरिक कलाओं को बढ़ावा देगा, बल्कि यह पर्यटन और स्थानीय कारीगरों के लिए भी नए अवसर का निर्माण करेगा.
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