दरभंगा एयरपोर्ट का इंटरनेशनल दर्जा पाना तय
केंद्र सरकार दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है. एयरपोर्ट के विस्तार के लिए 90 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है. इसके लिए सरकार ने 245 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है. जमीन अधिग्रहण के बाद दरभंगा एयरपोर्ट के रनवे को 12 हजार फीट अर्थात 3657 मीटर तक बढ़ाया जाएगा. 12,000 फुट लंबा रनवे किसी भी अंतरराष्ट्रीय उड़ान संचालन के लिए आवश्यक है. इससे दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय दर्जा मिलने का मार्ग प्रशस्त होगा. यह निर्णय न सिर्फ दरभंगा बल्कि पूरे मिथिला क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की शुरुआत से न सिर्फ क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी, बल्कि विदेशों से सीधे संपर्क का रास्ता भी खुलेगा. दरभंगा एयरपोर्ट के विस्तार कार्य और नए टर्मिनल भवन के निर्माण को लेकर पहले ही तेज़ी से काम चल रहा है.
बिहटा एयरपोर्ट का रनवे होगा बिहार में सबसे लंबा
पटना जिले के बिहटा में नए एयरपोर्ट के निर्माण कार्य की औपचारिक शुरुआत हो गई है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया इस परियोजना को प्राथमिकता दे रही है. केंद्र सरकार बिहटा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रही है. बिहटा एयरपोर्ट को भविष्य में पटना एयरपोर्ट के विकल्प के रूप में तैयार किया जा रहा है. बिहटा एयरपोर्ट को बड़े विमान जैसे कि एयरबस A321, ए320 और बोइंग 737-800 की उड़ान के लिए तैयार किया जा रहा है. इसके लिए बिहटा एयरपोर्ट के रनवे को मौजूदा 2499 मीटर से बढ़ाकर 3658 मीटर तक विस्तारित किये जाने का फैसला किया गया है. पटना एयरपोर्ट का कुल क्षेत्रफल 65,000 वर्ग मीटर है, जबकि बिहटा एयरपोर्ट का क्षेत्रफल 68,000 वर्ग मीटर होगा. यह विस्तार अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होगा. इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से प्रोजेक्ट के पहले चरण के लिए 460 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी गई है. अनुमान है कि मार्च 2027 से यहां से विमान सेवाएं शुरू हो जाएंगी.
बागडोगरा से बड़ा होगा पूर्णिया का नया एयरपोर्ट
पूर्णिया एयरपोर्ट का निर्माण आजादी के पूर्व किया गया, 1963 से यह भारतीय वायुसेना के स्वामित्व में है. सैन्य हवाई अड्डा होने के कारण यहां से यात्री विमानों की आवाजाही नहीं थी. अब सरकार न केवल इस एयरपोर्ट से यात्री विमानों की उड़ान शुरू करने जा रही है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लायक इसका विस्तार भी किया जा रहा है. पूर्णिया एयरपोर्ट से अगले कुछ माह के अंदर सिविल उड़ाने शुरू होने की उम्मीद है. पोटा केबिन (अस्थायी टर्मिनल) के निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है. इसके पूरे होते ही डीजीसीए से एप्रूवल लिया जायेगा. उम्मीद की जा रही है कि इसी साल पूर्णिया हवाई अड्डे से विमानों का परिचालन शुरू हो जाएगा. पूर्णिया एयरपोर्ट पर 4000 स्क्वायर मीटर में अंतरिम सिविल टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है. साथ ही पूर्णिया हवाई अड्डे पर 2400 मीटर रनवे को बढ़ाकर 2800 मीटर किया जा रहा है. इसके लिए यहां कुल 67.18 एकड़ जमीन अधिग्रहित किया गया है. ऐसे में अब पूर्णिया एयरपोर्ट पश्चिम बंगाल के बागडोगरा एयरपोर्ट की तुलना में बड़ा होगा.
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