मैदान में कुल 13 पिचों का निर्माण
राजगीर खेल परिसर स्थित इस स्टेडियम में कुल 13 क्रिकेट पिचों का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें 6 पिच लाल मिट्टी से बनाई गई हैं, जिनका निर्माण कार्य पूरी तरह संपन्न हो चुका है और घास भी बिछा दी गई है. 7 पिच काली मिट्टी से तैयार की गई हैं, जिसे मोकामा से मंगाया गया है. इन पर घास लगाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है. पिचों को बीसीसीआई (BCCI) के मानकों के अनुसार विकसित किया जा रहा है, ताकि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मैचों के आयोजन में कोई तकनीकी अड़चन न हो.
सिविल वर्क अंतिम चरण में
स्टेडियम के विभिन्न खंडों में निर्माण कार्य तेजी से अंतिम चरण में है, जिसमें जनरल स्टैंड ईस्ट, वेस्ट और रिवर्स पवेलियन का सिविल वर्क तेजी से पूरा किया जा रहा है. मेन पवेलियन का निर्माण कार्य पहले ही पूरा किया जा चुका है. फिनिशिंग वर्क, हाई मास्ट लाइट, स्कोरबोर्ड, साउंड सिस्टम, फायर अलार्म, फायर फाइटिंग, वॉटर सप्लाई सहित सभी कार्यों को भी प्राथमिकता दी जा रही है. बारिश के मौसम में जलभराव से बचाव के लिए उन्नत ड्रेनेज प्रणाली विकसित की गई है. इसके साथ ही फील्ड पर घास लगाने का कार्य शुरू हो चुका है, जिसे समय पर पूरा करने के लिए एजेंसी को निर्देशित किया गया है.
सभी आधुनिक सुविधा से सुसज्जित होगा
स्टेडियम का कुल क्षेत्रफल 72,843 वर्ग मीटर, जिसकी 40,000 दर्शक क्षमता है. आधुनिक पवेलियन, खिलाड़ियों और कोचों के लिए विशेष लॉकर और रेस्ट रूम, वीवीआईपी स्टैंड, हाईटेक मीडिया गैलरी, आपातकालीन सेवाएँ, हाई मास्ट लाइटिंग सिस्टम, ड्रेसिंग रूम, फिजियो वेलनेस सेंटर. स्टेडियम के निर्माण से बिहार में पहली बार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों के आयोजन का मार्ग प्रशस्त होगा. इसके अलावा स्थानीय खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण, आधुनिक प्रैक्टिस सुविधाएँ, और बुनियादी ढांचे का लाभ मिलेगा. यह स्टेडियम बिहार में क्रिकेट के विकास का मील का पत्थर साबित होगा.
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