विभाग ने जिलों से मांगी रिपोर्ट
परिवहन विभाग से जारी आंकड़ों के अनुसार 2021 में तीन, 2022-23 में चार और 2024 मार्च में बढ़कर छह प्रतिशत हो गयी है. इस रिपोर्ट के बाद विभाग ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि ओवरटेक मामले में हर माह की जाने वाली कार्रवाई के संबंध में विभाग को रिपोर्ट भेजें. साथ ही, वाहन ओवरटेक नहीं करें, इसके लिए जिलों में क्या कदम उठाये गये हैं, इस संबंध में पूरी रिपोर्ट बनायी जाए.
ओवरटेक करने वाली गाड़ियों पर होगी सख्ती
विभाग ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि ओवरटेक गाड़ियों पर सख्ती की जाए. डीटीओ, एमवीआइ सहित सभी यातायात पुलिस को सख्ती करने की जिम्मेदारी दी गयी है. इनके नेतृत्व में सभी जिलों में विशेष टीम बनाकर गाड़ियों पर कार्रवाई की जायेगी. वहीं, बार-बार ओवरटेक करने वाली गाड़ियों को जब्त किया जाए. वाहन मालिकों को यातायात नियमों का प्रशिक्षण दिया जाए, ताकि दोबारा से गाड़ी चलाते समय ओवरटेक नहीं करें.
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हाइवे पर जांच के लिए रहेगी अगल से टीम
विभाग ने जिलों को निर्देश दिया है कि सभी हाइवे पर अलग से विशेष टीम बनाकर जांच ओवरटेक करने वाली गाड़ी पर जुर्माना लगाया जाए. हाइवे पर स्पीडगन, कैमरा की मदद से ओवरटेक करने और तेज रफ्तार वाली गाड़ियों पर जुर्माना लगाया जाए. शहर की सड़कों पर भी निगरानी बढ़ाने की बात कही गयी है.