अपने इस जवाब से उन्होंने तेजप्रताप समेत पार्टी के अन्य लोगों को साफ संकेत दे दिया कि पार्टी के अंदर अनुशासनहीनता नहीं सहन की जायेगी. तेजप्रताप के करीबी आकाश यादव को छात्र राजद अध्यक्ष पद से हटाने पर उन्होंने कहा कि मैने सिर्फ अपनी जिम्मेवारी का निर्वाह किया हूं.
छात्र राजद अध्यक्ष आकाश यादव को हटाये जाने पर तेजप्रताप आक्रोशित हो गए हैं. तेजप्रताप ने उनके इस फैसले को लेकर ट्वीट कर अपनी नाराजगी व्यक्त किया है. गुरुवार को जब जगदानंद सिंह से इसको लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये तेज प्रताप यादव कौन है? मेरी जिम्मेदारी सिर्फ आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के लिए बनती है. इससे पहले तेज प्रताप यादव के हिटलर बयान पर जगदानंद सिंह ने कहा था कि आरजेडी में हिटलर कोई नहीं हो सकता. हिटलर जैसे शब्द का पार्टी में कोई स्थान नहीं, इसलिए कोई कुछ भी बोले, मैं उस पर ध्यान नहीं देता. उन्होंने कहा कि आरजेडी में संवैधानिक पद पर तीन लोग हैं- राष्ट्रीय अध्यक्ष के रुप में लालू प्रसाद यादव, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर मैं हूं.
आकाश को पद मुक्त करने पर तेज प्रताप नाराज
तेज प्रताप यादव ने छात्र आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष पद से आकाश यादव को हटाने के जगदानंद सिंह के फैसले को हिटलरशाही करार दिया. उन्होंने तंज कसते हुए ट्वीट किया ‘प्रवासी सलाहकार से सलाह लेने में अध्यक्ष जी ये भूल गए की पार्टी संविधान से चलती है और आरजेडी का संविधान कहता है कि बिना नोटिस दिए आप पार्टी के किसी पदाधिकारी को पदमुक्त नहीं कर सकते. आज जो हुआ वो आरजेडी के संविधान के खिलाफ हुआ.’
बता दें कि पिछले दिनों छात्र आरजेडी की बैठक के दौरान तेज प्रताप यादव ने मंच से हिटलर जैसे शब्द का प्रयोग किया था. उन्होंने यहां तक कहा था कि कुर्सी किसी की बपौती नहीं है. इसके बाद से जगदानंद सिंह ने पार्टी कार्यालय से तौबा ही कर ली थी. बुधवार को वे पार्टी कार्यालय आए. आने के साथ ही उन्होंने तेजप्रताप यादव के करीबी आकाश यादव को पार्टी के छात्र राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष पद से हटा कर उसकी जगह गगन को छात्र राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष पद सौंप दी. जगदानंद सिंह इससे पहले राबड़ी आवास जाकर तेजस्वी यादव से मुलाकात किया था.