पुलिस हेडक्वार्टर ने क्या बताया
पुलिस हेडक्वार्टर से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर 2024 में 4 आपराधिक कांड़ों को विफल किया जा सका है, जिसमें 2 हत्या एवं 2 डकैती या लूट से जुड़े मामले शामिल हैं. इसी तरह इस वर्ष जनवरी में हत्या के 3 के अलावा लूट या डकैती के 2 तथा फरवरी में हत्या के 6 एवं डकैती या लूट के 2 संभावित वारदातों को विफल करने में सफलता मिली है. इस तरह कुल 16 से अधिक वारदातों को अंजाम देने से पहले ही एसटीएफ ने विफल कर दिया.
इन प्रमुख घटनाओं को रोका
4 दिसंबर को पटना के टॉप-10 अपराधियों की फेहरिस्त में शामिल पंकज राय को अवैध हथियार के साथ पटना के दीघा से गिरफ्तार किया गया. उस समय वह अन्य अपराधियों के साथ बिल्ला गैंग के सक्रिय सदस्य दीपक राय की हत्या की योजना बना रहा था.
12 दिसंबर को राज्य के इनामी अंतरराज्यीय अपराधी अजय पासवान को झारखंड के चतरा के हंटरगंज थाना के पिंडरा से अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया. वह अपने गैंग के साथ बैंक डकैती की योजना बना रहा था.
मुजफ्फरपुर के टॉप 10 अपराधियों में शामिल सुबोध महतो को जिले के करजा थाना के खलीलपुर से गिरफ्तार किया गया. वह करजा थाना निवासी हेमन राय की हत्या की फिराक में था.
8 जनवरी 2025 को गया में एक ज्वेलरी दुकान को लूटने की योजना बना रहे अपराधी प्रकाश कुमार को गया से दो सहयोगी के साथ गिरफ्तार किया गया.
7 फरवरी को शुभम कुमार को अन्य अपराधियों के साथ पटना के मोकामा से गिरफ्तार किया गया है. इसके मोबाइल को सर्विलांस पर रखते हुए पूरे गैंग को दबोचने में सुविधा हुई. इनकी योजना दो मोटरसाइकिल सवार को गोली मारकर हत्या करने की थी.
17 फरवरी को पटना के कुख्यात अपराधी गिरोह शालू उर्फ फ्रैक्चर, चांद, अभिषेक और बंटी खान को शहर के सोनार टोली से गिरफ्तार किया गया. इनकी योजना पटना सिटी इलाके में किसी बड़ी लूटी की योजना को अंजाम देने की थी. इन अपराधियों ने इस इलाके में रंगदारी वसूलने की नियत से फायरिंग करके दहशत फैलाने का काम किया था.
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