प्रशांत किशोर अपने आमरण अनशन के चौथे दिन पत्रकारों से बात करते हुए ये बात कही. इस मौके पर उन्होंने कहा कि बिहार में व्याप्त भ्रष्टाचार और प्रशासनिक विफलताओं के खिलाफ अपनी मुहिम को और मजबूती से तेज करने की बात कही. प्रशांत किशोर ने स्पष्ट रूप से कहा, यह आंदोलन किसी एक व्यक्ति का नहीं है, बल्कि यह बिहार की खराब व्यवस्था के खिलाफ है. मैं तमाम राजनीतिक पार्टी से ये अपील करता हूं कि वे इसका समर्थन करें.
प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर प्रशासन उनकी गिरफ्तारी कर भी लेती है, तो भी ये सत्याग्रह जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि अब यह आंदोलन 51 सदस्यीय युवा सत्याग्रह समिति द्वारा आगे बढ़ाया जाएगा. यह समिति बिहार की व्यवस्था में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है. मैं उन 51 समिति के साथ खड़ा हूं, और उनकी मदद करूंगा. अब यह आंदोलन सिर्फ BPSC के खिलाफ नहीं है, बल्कि बिहार की पूरी व्यवस्था के खिलाफ है.
रजाई और कंबल में बैठने से बिहार नहीं सुधरेगा
प्रशांत किशोर ने साफ़ कहा, हमारा संघर्ष एक युवा नेतृत्व वाली जन शक्ति के रूप में जारी रहेगा. सरकार चाहे कितनी भी ताकतवर क्यों न हो, जन बल से अधिक कोई बल नहीं है. इन युवाओं की कमिटमेंट मेरी अपेक्षा से कहीं ज्यादा मजबूत है. उन्होंने बिहार के लोगों से आह्वान करते हुए कहा, यह लड़ाई सिर्फ BPSC की नहीं, यह बिहार की व्यवस्था को सुधारने की है. युवाओं का इस संघर्ष में साथ देना आवश्यक है. हम सिर्फ गांधी मैदान में बैठकर नहीं, बल्कि सत्याग्रह के मार्ग पर चलकर बिहार के भविष्य के लिए संघर्ष कर रहे हैं. हम आपको आमंत्रित करते हैं कि आप हमारे साथ आएं और इस आंदोलन को अपना समर्थन दें.
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