अगले 48 घंटे में पीके तोड़ सकते हैं अनशन
बता दें कि जनसुराज के अलावा पूर्णिया सांसद पप्पू यादव और खान सर की ओर से भी हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है. जिसमें री-एग्जाम कराने और प्रदर्शनकारी अभ्यथियों के खिलाफ दर्ज FIR को वापस लेने की मांग की गई है. वहीं, BPSC 70वीं पीटी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पिछले 15 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं. इस अनशन के बीच तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें 7 जनवरी को मेदांता अस्पताल के ICU वार्ड में भर्ती किया गया था. वहीं ताजा जानकारी के अनुसार प्रशांत किशोर अगले 48 घंटों में अपना अनशन भी तोड़ सकते हैं.
अस्पताल में पीके से मिले थे BPSC कैंडिडेट्स
मेदांता अस्पताल में पीके से BPSC कैंडिडेट्स मिलने भी पहुंचे थे. BPSC अभ्यर्थियों ने पीके से अनशन खत्म करने की अनुरोध भी की थी. लेकिन पीके ने इनकार कर दिया और कहा था कि मांगें पूरी होने तक अनशन जारी रहेगा. 11 जनवरी यानी शनिवार की शाम तबीयत में सुधार होने पर उनको अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया.
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सुप्रीम कोर्ट ने कहा था हाईकोर्ट जाना चाहिए
बता दें कि इससे पहले बिहार की आनंद लीगल एंड फोरम ट्रस्ट द्वारा सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई गई थी. लेकिन SC ने इस याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया था. CJI संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार, जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच ने सुनवाई के दौरान कहा था- ‘आपको आर्टिकल 226 के तहत पटना हाईकोर्ट जाना चाहिए.’