शाहबाद से राजधानी का सफर होगा आसान
7 हजार करोड़ से अधिक की इन परियोजनाओं में सबसे अहम परियोजना राजधानी को शाहाबाद से जोड़ने के लिए पटना से आरा होते हुए सासाराम तक चार लेन सड़क बनने की है. कुल 120 किलोमीटर लंबी इस सड़क को बनाने में 36 सौ करोड़ खर्च होने हैं. इस सड़क के बन जाने से न केवल पटना से सासाराम बल्कि शाहाबाद के जिलों में भी आवागमन आसान हो जाएगा. साथ ही पटना से वाराणसी होते हुए उत्तरप्रदेश और दिल्ली की ओर आना-जाना भी
आसान हो जाएगा. इस सड़क का आरा-बक्सर से जुड़ाव होने का लाभ भी लोगों को मिलेगा.
चार जिलों की सुगम होगी आवागमन
दूसरी महत्वपूर्ण परियोजना मंझौली से चरौत के बीच सीतामढ़ी में बागमती नदी पर पांच किलोमीटर लंबा एक पुल बनाया जाना है. इस पुल को बनाने में 268 करोड़ खर्च होंगे. मंझौली-चरौत खंड कुल 63.66 किलोमीटर लंबा है. बागमती नदी पर बननेवाले इस पुल को और चौड़ा करने का जल संसाधन विभाग ने सुझाव दिया है. खासकर नदी के प्रवाह को देखते हुए पुल की कम चौड़ाई होने पर उसे सुरक्षित नहीं बताया गया है. मुजफ्फरपुर के मंझौली से मधुबनी के चरौत तक जानेवाली एनएच के बीच में बननेवाले इस पुल के निर्माण से चार जिले मधुबनी, सीतामढ़ी, दरभंगा और मुजफ्फरपुर को सीधा लाभ होगा. साथ ही इसके बन जाने से नेपाल सीमा तक जानेवाले लोगों को भी लाभ होगा.
Also Read: Electricity In Bihar: नबीनगर सुपर थर्मल के विस्तार को मंजूरी, 800 मेगावाट की लगेंगी तीन नयी इकाइयां
झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लिए नया रास्ता मिलेगा
गंगा नदी पर बेगूसराय में प्रस्तावित मटिहानी-शाम्हो के बीच पुल का निर्माण भी इसी साल शुरू हो जाएगा. गंगा नदी पर बननेवाला यह पुल एनएच 31 और एनएच 80 को जोड़ेगा. बिहार से झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओड़िशा के लिए एक नया रास्ता मिल जाएगा. तीनों राज्यों की दूरी 76 किमी कम हो जाएगी. इलाके के दो लाख किसानों को अपना उत्पाद बेचने में भी सुविधा होगी. पुल के बन जाने पर मुंगेर और भागलपुर से 40 मिनट में आपदा की टीम आ सकती है. एप्रोच रोड सहित 36 किमी लंबी इस चार लेन सड़क सह पुल परियोजना पर 3550 करोड़ खर्च होने हैं.