मोनू सिंह की पहचान पक्की
बक्सर सदर एसडीपीओ धीरज कुमार ने बताया कि पटना पुलिस ने जिन दो अपराधियों के नाम भेजे थे, उनमें औद्योगिक थाना क्षेत्र के बेलाउर निवासी मोनू सिंह की पहचान पक्की हो गई है. तकनीकी जांच से भी पुष्टि हो चुकी है कि हत्या के वक्त मोनू सिंह पटना में मौजूद था. हालांकि, दूसरे संदिग्ध बलवंत की भूमिका अब भी स्पष्ट नहीं हो पाई है. बलवंत की पहचान को लेकर स्थानीय स्तर पर तस्वीरों से तस्दीक कराई गई, लेकिन पुष्टि नहीं हो सकी.
पटना के पारस अस्पताल में हुई चंदन की हत्या
गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह बक्सर के सोनबरसा निवासी कुख्यात चंदन मिश्रा की पटना के पारस अस्पताल में इलाज के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पांच से छह की संख्या में पहुंचे अपराधियों ने वारदात को अंजाम देने के बाद आराम से अस्पताल परिसर से फरार हो गए.
चंदन पर दो दर्जन से अधिक मामले थे दर्ज
चंदन मिश्रा पर हत्या, लूट, रंगदारी और आर्म्स एक्ट के दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे. 2011 में बक्सर के चर्चित चूना व्यवसायी हत्याकांड में उसे उम्रकैद की सजा मिली थी. चंदन पिता के इलाज के नाम पर 15 दिन की पेरोल पर बाहर आया था, लेकिन खुद की तबीयत खराब होने के चलते पटना के पारस अस्पताल में भर्ती था. ऑपरेशन के बाद वह प्राइवेट वार्ड में आराम कर रहा था, तभी अपराधियों ने उस पर गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिया.
बक्सर पुलिस की लगातार छापेमारी
इस हत्याकांड के बाद पटना से लेकर बक्सर तक पुलिस अलर्ट मोड में है. बक्सर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और तकनीकी जांच के साथ संदिग्धों से पूछताछ जारी है.
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