देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग लगातार बढ़ रही है. अकेले पटना जिले में सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए दी जाने वाली सब्सिडी और छूट ने वाहनों की बिक्री को पिछले दो साल में लगभग चार गुना तक बढ़ा दिया है. बाजार में इलेक्ट्रिक स्कूटी और चार पहिया वाहनों के बीच अब इ-बाइक भी बाजार में ग्राहकों की पसंद बन रही है.
हर माह चार सौ से पांच सौ इलेक्ट्रिक बाइक की बिक्री
बिहार के सिर्फ पटना जिले में हर माह चार सौ से पांच सौ इलेक्ट्रिक बाइक की बिक्री हो रही है. दूसरी तरफ आम पेट्रोल की गाड़ियों के मुकाबले इ-स्कूटी और इ बाइक चलाने से पांच गुना ईंधन पर खर्च कम हो रहे हैं और लोगों की बचत हो रही है.
कैसे होती है बचत
एक इलेक्ट्रिक स्कूटी या बाइक को चार्ज करने में करीब पांच घंटे का समय लगता है. बैटरी फुल चार्ज होने में तीन यूनिट बिजली की खपत होती है. अगर सात रुपये प्रति यूनिट की दर से खर्च का आंकलन किया जाये तो इस पर लगभग 21 रुपये का खर्च आता है. इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहन एक बार चार्ज करने पर औसतन लगभग 60 किमी चलता है. यानी 60 किमी के लिए 21 रुपये का खर्च होता है. दूसरी तरफ पेट्रोल से चलने वाले वाहन 50 से 60 का औसत देते हैं. ऐसे में अगर 60 किमी प्रति लीटर का औसत लिया जाये तो 60 किमी में 107 रुपये का खर्च होगा. जो इलेक्ट्रिक वाहनों के मुकाबले पांच गुना अधिक है.
बैटरी की गारंटी तीन साल
वैसे इलेक्ट्रिक स्कूटी कंपनी बैटरी की गारंटी तीन साल की देती है, लेकिन सही रख-रखाव होने से छह से सात साल तक का लाइफ रह सकता है. सिंगल बैटरी वाली स्कूटी 70 किलोमीटर का माइलेज देता है और डबल बैटरी वाली गाड़ी 100 से 120 किलोमीटर का माइलेज देता है. नयी बैटरी की कीमत 30 हजार रुपये है. बैटरी मुख्य रूप से चीन, ताइवान, जापान, कोरिया आदि से भारतीय बाजार में आता है.
लिथियम आयन बैटरी से संचालित
इलेक्ट्रिक बाइक और स्कूटर रिचार्जेबल लिथियम आयन बैटरी से संचालित होते हैं. सभी इलेक्ट्रिक बाइक या स्कूटर सामान्य वॉल आउटलेट में प्लग करके रिचार्जिंग प्रदान करते हैं. आमतौर पर बैटरी को फुल रिचार्ज होने में लगभग चार से पांच घंटे का वक्त लगता है. कंपनी दावा करती है कि बाइक सिंगल चार्ज में 100 किलोमीटर तक का ड्राइविंग रेंज देती है.
पटना में इन कंपनियों के शोरूम
पटना में एक दर्जन से अधिक इलेक्ट्रिक स्कूटर कंपनियों के शोरूम हैं. इनमें हीरो इलेक्ट्रिक आस्कोल, जेजेटा, जीरो, लाइटनिंग, जैप स्कूटर्स, एनर्जिका मोटर कंपनी, जोहैमर, इवोक, गोगोरो, केटीएम, ओकिनावा स्कूटर, एम्पीयर वाहन, हॉर्विन, आर्टिसन इलेक्ट्रिक, रिवोल्ट मोटर्स, प्योर इवी, ओकाया, होप, सुपर सोको आदि हैं.
Also Read: पटना में 10 से 12 दिन और बढ़ेगी कोरोना संक्रमितों की संख्या, चौथी लहर की आशंका नहीं
क्या है खामियां
पेट्रोल गाड़ी की तुलना में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की लाइफ कम होती है. ये गाड़ी हल्की होती है. साथ ही पावर कम होता है. इसलिए अधिक वजन नहीं ढोया जा सकता है. इसका प्रयोग लंबी यात्रा के लिए नहीं किया जा सकता है, क्योंकि एक बार चार्ज होने पर लगभग सौ किलोमीटर की दूरी तय की जा सकती है. जानकारों की मानें तो सूबे में जगह- जगह ई-चार्जिंग की सुविधा शुरू होने से इलेक्ट्रिक वाहनों की और मांग बढ़ेगी.
Bihar News: बिहार गौरव पार्क, कबाड़ से बनेगा कमाल, पटना में ‘वेस्ट टू वंडर’ थीम पर नया आकर्षण
Bihar Flood Alert: बिहार के इस जिले में बागमती नदी का कहर, चचरी पुल बहा, गांवों में नाव ही बना सहारा
Bihar News: पूरा होगा, ग्रेटर पटना का सपना. पटना समेट 11 शहरों में बनेगी नोएडा जैसी टाउनशिप
Bihar Politics: तेजप्रताप यादव का नया सियासी गठबंधन, इन पांच दलों के साथ चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान