असम से ली थी डिप्लोमा की फर्जी डिग्री
एडिशनल एसपी आशीष आनंद ने बताया कि निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, मुजफ्फरपुर और एक निजी शिकायतकर्ता की संयुक्त शिकायत पर बथनाहा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. जांच में यह स्पष्ट हो गया कि आरोपी ने असम के एससीईआरटी से जारी फर्जी डिप्लोमा बेसिक टीचर ट्रेनिंग का प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर वर्ष 2008 में बथनाहा प्रखंड नियोजन इकाई से नियुक्ति ली थी. इसके बाद उसी जाली प्रमाण पत्र का इस्तेमाल कर 2012 में किशनगंज जिले में 34540 शिक्षक कोटि के तहत नियुक्त हुआ था.
सीतामढ़ी में कराया था ट्रांसफर
आरोपी ने बाद में तबादला कराकर सीतामढ़ी के सुरसंड प्रखंड में अपनी सेवा देनी शुरू कर दी. जांच में पाया गया कि प्रशिक्षण का पूरा दस्तावेज फर्जी था. पुलिस का मानना है कि इस घोटाले में अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिनकी भूमिका की जांच जारी है.
शिक्षा विभाग की ओर से उपलब्ध कराए गए पोर्टल डेटा से भी फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई है. निगरानी ब्यूरो की सिफारिश पर आरोपी के खिलाफ IPC की कई धाराओं में मामला दर्ज कर जांच तेज कर दी गई है. इस मामले को गंभीर संज्ञेय अपराध मानते हुए प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की बात कही है.
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