Gopal Khemka Murder Case: पटना के बिजनेसमैन गोपाल खेमका हत्याकांड की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई है. बिहार पुलिस के DGP विनय कुमार ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि यह हत्या एक जमीन विवाद का नतीजा थी. कारोबारी खेमका को मौत के घाट उतारने के लिए आरोपी अशोक साव ने शूटर उमेश यादव को 4 लाख रुपये की सुपारी दी थी. अब पुलिस ने इस सनसनीखेज साजिश में शामिल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
छापेमारी के दौरान जमीन से जुड़े कई दस्तावेज बरामद
पटना पुलिस ने इस हाई-प्रोफाइल केस में मास्टरमाइंड अशोक साव के घर पर छापेमारी के दौरान जमीन से जुड़े कई अहम दस्तावेज बरामद किए हैं. यही नहीं, अब एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सामने आई है, जिसमें अशोक साव और शूटर उमेश यादव के बीच बातचीत की पुष्टि हो रही है. जांच एजेंसियों के मुताबिक, खेमका की हत्या सिर्फ कारोबारी रंजिश नहीं, बल्कि जमीन पर लंबे समय से चले आ रहे विवाद की परिणति थी. पुलिस सूत्रों ने बताया कि बरामद दस्तावेजों में उन्हीं प्लॉट्स का ज़िक्र है, जिन पर खेमका और साव के बीच पहले से विवाद चल रहा था.
ऑडियो में साफ सुनाई दे रहा है अशोक साव का निर्देश
पुलिस के हाथ लगे ऑडियो में एक व्यक्ति शूटर को हिदायत देते हुए सुनाई दे रहा है. शुरुआती जांच में यह आवाज अशोक साव की मानी जा रही है, जो उमेश यादव को काम निपटाने के लिए निर्देश देता है. ऑडियो में रकम का जिक्र भी है, जो खेमका की हत्या के लिए दी गई सुपारी से मेल खाती है. इस ऑडियो के सामने आने के बाद अब पुलिस के पास न सिर्फ भौतिक सबूत, बल्कि डिजिटल प्रमाण भी मौजूद हैं जो इस मर्डर प्लान को पूरी तरह से साबित करते हैं.
गिरफ्तारी के बाद खुली कई परतें
7 जुलाई को पुलिस ने अशोक साव और दो अन्य को फ्लैट नंबर 601 से गिरफ्तार किया. पूछताछ में कई नई जानकारियां सामने आई हैं. पुलिस अब अशोक साव और उमेश यादव दोनों की रिमांड की तैयारी में है, ताकि इस पूरे केस की गहराई से जांच हो सके. अधिकारियों ने बताया कि बरामद दस्तावेजों की कानूनी जांच भी कराई जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि जमीन विवाद में किस हद तक खेमका को टारगेट किया गया.
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