कोर्ट का सख्त रुख: परीक्षा नहीं होगी स्थगित
कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आशुतोष कुमार और न्यायमूर्ति पार्थ सारथी की खंडपीठ ने शुक्रवार को इस मामले पर सुनवाई की. कोर्ट ने साफ कर दिया कि परीक्षा को स्थगित नहीं किया जाएगा, हालांकि, याचिकाओं में उठाए गए आरोपों की गंभीरता को देखते हुए इस पर पूरी तरह सुनवाई होगी.
पीटी परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप
आनंद लीगल एंड फोरम की ओर से दायर लोकहित याचिका में BPSC की प्रारंभिक परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाए गए हैं. याचिकाकर्ता ने कोर्ट को बताया कि परीक्षा से पहले आयोग ने निजी कोचिंग संस्थानों को बुलाकर परीक्षा से जुड़े मामलों पर विचार-विमर्श किया. जो देश में पहली बार हुआ है. आमतौर पर कोई भी आयोग परीक्षा से पहले ऐसी गोपनीय जानकारी साझा नहीं करता. याचिकाकर्ता ने दावा किया कि इस प्रक्रिया के जरिए कुछ छात्रों को विशेष लाभ दिया गया. जिससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
अगली सुनवाई 18 मार्च को
शुक्रवार को हाईकोर्ट में BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर आंशिक सुनवाई हुई. लेकिन समय की कमी के कारण पूरी सुनवाई नहीं हो सकी. हाईकोर्ट में शनिवार से होली की छुट्टियां शुरू हो गई हैं, जिसके चलते अब यह मामला 18 मार्च को दोबारा सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है.
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BPSC को जवाब देना होगा
कोर्ट ने BPSC को आदेश दिया है कि याचिकाओं में उठाए गए सभी बिंदुओं पर विस्तृत जवाब दाखिल करें. अब सभी की नजरें 18 मार्च की सुनवाई पर टिकी हैं, जहां यह तय होगा कि परीक्षा प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोपों पर क्या निर्णय लिया जाता है.