प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भागलपुर में आयोजित किसान सम्मान जनसभा में अपने संबोधन के दौरान मखाना खाने के फायदे बताकर कहा कि वो साल में कम से कम 300 दिन मखाना जरूर खाते हैं. अब प्रधानमंत्री के भाषण के इस अंश को टारगेट करते हुए राजद सुप्रीमो लालू यादव ने प्रधानमंत्री पर तंज कसा है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इसे लेकर एक पोस्ट किया है. जिसमें बताया है कि अगली बार प्रधानमंत्री बिहार से जुड़ी किन बातों को खुद से जोड़कर बोलेंगे.
लालू यादव ने कसा तंज, पीएम मोदी के लिए क्या कहा?
लालू प्रसाद यादव ने फेसबुक पोस्ट के जरिए यह तंज कसा है. उन्होंने बुधवार को किए एक पोस्ट में लिखा – ”अबकी बार तो हमारे सवालों पर PM ने साल में 300 दिन ही मखाना खाने की बात कही. अगली बार 350 दिन ‘बिहारी भूंजा’ खाएंगे.100 दिन भागलपुरी सिल्क पहनेंगे.छठ मैया का व्रत करेंगे.गंगा मैया में डुबकी लगायेंगे.जानकी मैया के मंदिर जाएंगे.बिहार से बचपन का रिश्ता स्थापित करेंगे.मधुबनी पेंटिंग्स का गमछा या कुर्ता पहनेंगे.भोजपुरी, मगही, अंगिका, बज्जिका, सुरजापुरी और मैथिली भाषा की 2-4 उधारी लाइनों से संबोधन की शुरुआत करेंगे.जननायक कर्पूरी ठाकुर जी, लोकनायक जयप्रकाश जी और अन्य महापुरुषों से संबंध बतायेंगे.”
ALSO READ: महाशिवरात्रि पर शिवालयों में उमड़ा आस्था का सैलाब, बम-बम भोले से गूंज रहा बिहार
मखाना के बारे में क्या बोले थे प्रधानमंत्री?
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को भागलपुर आए और किसान जनसभा को उन्होंने संबोधित किया. उन्होंने इस दौरान मखाना उत्पादन को लेकर बिहार के किसानों की जमकर तारीफ की. पीएम ने कहा कि वो खुद साल में 300 दिन मखाना जरूर खाते हैं. बताया कि मखाना आज लोगों के नाश्ते का प्रमुख अंग बन चुका है और यह सुपरफूड है. पीएम ने कहा कि मखाने को अब दुनिया के बाजार में पहुंचाना है. प्रधानमंत्री ने मखाना के व्यापार पर जोर दिया तो इससे मखाना उत्पादकों में बड़ी उम्मीद जगी है.
पीएम ने बिना नाम लिए लालू को किया था टारगेट
वहीं प्रधानमंत्री ने भागलपुर में अपने संबोधन की शुरुआत यहां की स्थानीय भाषा अंगिका से की. लालू यादव ने इसपर भी तंज कसा है और उधार की ली गयी लाइन कहकर पीएम पर निशाना साधा है. बताते चलें कि पीएम मोदी ने अपने भाषण में जंगलराज का जिक्र किया था और बिना नाम लिए लालू यादव पर कई हमले किए थे.