कोरोना की गंभीरता समझें, 1 से 1000 आदमी हो सकता है संक्रमित
एक साल में पहली बार पुलिस मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए डीजीपी ने शुक्रवार को कहा कि सभी लोग कोरोना की गंभीरता को समझें. एक व्यक्ति एक हजार लोगों को संक्रमित कर सकता है. मेरी राज्य की 12 करोड़ आवाम से विनती है कि लॉक डाउन तक अपने घरों से बाहर नहीं निकले. दो से तीन फीसदी लोग अभी भी इसका पालन नहीं कर रहे हैं. लॉक डाउन का उल्लंघन करनेवालों का नाम भी गुंडा पंजी में दर्ज कर स्पीडी ट्रायल चलाया जायेगा. पूरे देश में 32 हजार लोगों पर एफआइआर हुई है. बिहार में भी अब तक 106 गिरफ्तारी, चार हजार 138 वाहनों की जब्ती कर 244 एफआइआर और 78.16 लाख का जुर्माना वसूला गया है.
सरकार को जनता की पूरी चिंता, सामूहिक पूजा पर रहेगी रोक
डीजीपी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन में 100 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की है. 38 जिलों में सामूहिक रसोई, रहने की व्यवस्था की जा रही है. मानव को बचाने के लिए लोग सोशल डिस्टेंस रखें. राज्य के सभी धर्मों के धार्मिक स्थलों पर सामूहिक पूजा नहीं होने दी जायेगी. नमाज आदि भी सभी अपने-अपने घरों में ही पढ़ें. रामनवमी, हनुमान जयंती धार्मिक अनुष्ठान को लेकर पुलिस को भी निर्देश दिये गये हैं कि कहीं कोई जुलूस नहीं निकलने दिया जाये. इसका पालन ना करने पर कार्रवाई की जायेगी.
जनप्रतिनिधि दें साथ, पुलिस सेवा से बनाये अपनी छवि
गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा है कि संकट के इस समय में पुलिस सेवा के जरिये अपनी अंग्रेजों के जमाने की छवि को बदल सकती है. किसी का दवा के लिए फोन आये तो घर पर दवा पहुंचा दे. अपनी गाड़ी भेज कर पीड़ित को अस्पताल पहुंचाने में भी संकोच नहीं करें. पुलिस सेवा कार्य में लगे लोगों को पूरा सहयोग करे. जनता को अपना परिवार समझकर मदद करे. मेयर, वार्ड पार्षद, मुखिया, सरपंच आदि से अपील की कि वह कालाबाजारी करनेवालों की पुलिस को सूचना दें. लॉक डाउन का पालन कराने में मदद करें. कोरोना से लड़ने के लिए पुलिस एक दिन का वेतन देने के लिए एसोसिएशन से बातचीत चल रही है.