संवाददाता, पटना आंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन, छितनावां, दानापुर, पटना को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया, न्यू दिल्ली द्वारा एम फार्म के साथ ही डॉक्टर ऑफ फार्मेसी पाठ्यक्रम संचालन के लिए मान्यता प्रदान कर दी गयी है. संस्थान के प्रबंध निदेशक डॉ कौशल कुमार गिरि ने कहा कि यह उपलब्धि केवल संस्थान की ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार राज्य की है. संस्थान में पूर्व से संचालित डिप्लोमा इन फार्मेसी एवं बैचलर्स ऑफ फार्मेसी की मान्यता का नवीनीकरण भी फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा कर दिया गया है. डॉक्टर ऑफ फार्मेसी का दायरा बहुत बड़ा है जो स्वास्थ्य सेवा में कैरियर का अवसर प्रदान करता है, जिसमें क्लिनिकल फार्मेसी, ड्रग मैनेजमेंट एवं रोगी की देखभाल भी शामिल है. आंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन फार्मेसी के क्षेत्र में डिप्लोमा, डिग्री एवं एम फार्म से लेकर डॉक्टर ऑफ फार्मेसी का शिक्षण प्रदान करने वाला बिहार का पहला एवं अग्रणी संस्थान बन गया है. संस्थान में उच्च गुणवत्ता वाली प्रयोगशाला, अनुभवी फैक्लटी, कम्प्यूटर लैब, हर्बल गार्डेन, छात्रावास एवं अन्य सुविधाएं मौजूद है. आंबेडकर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन बेली रोड, गोला रोड पटना के अंतर्गत तीनों संस्थानों को मान्यता प्रदान किया है. राज्य में अंबेदकर इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन, छितनावां, दानापुर एवं अंबेदकर कॉलेज ऑफ एजुकेशन, अमरातालाब, सासाराम, रोहतास तथा दरौंधा, सिवान स्थित ममता इंस्टीच्यूट ऑफ एजुकेशन को नवीन पाठ्यक्रमों हेतु मान्यता प्रदान करते हुए पूर्व से संचालित पाठ्यक्रम डिप्लोमा एवं डिग्री इन फार्मेसी की मान्यता को नवीनीकरण प्रदान किया है. डॉक्टर ऑफ फार्मेसी कोर्स छात्रों को हेल्थ केयर सिस्टम तथा क्लिनकल प्रैक्टिस की विशेषज्ञता प्रदान करती है जिससे बिहार में स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता बेहतर होगी.
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