सोनू का कहना है कि उन्हें हाई पनिशमेंट सेल में रखा गया, जहां 45 डिग्री तापमान के बीच पंखा तक नहीं था. उन्होंने इसे “जीवित रहते हुए नर्क झेलने जैसा” बताते हुए कहा कि अब वह खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं. सोनू ने साफ किया कि फिलहाल उनका ध्यान किसी टकराव या बदले की भावना पर नहीं है, बल्कि वह अपने परिवार के साथ वक्त बिताना चाहते हैं.
राजनीतिक सवालों पर टाला जवाब
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर सोनू ने कहा, “अभी चुनाव आयोग की ओर से कोई घोषणा नहीं हुई है. जो फैसला जनता करेगी, वही अंतिम होगा.” अनंत सिंह से रिश्तों पर उन्होंने संयमित प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “वो बुजुर्ग हैं, उनके बारे में मेरे पास कुछ कहने को नहीं है.”
क्या है मोकामा गोलीकांड मामला?
यह घटना 22 जनवरी 2025 को सामने आई थी, जब सोनू और मोनू ने मुकेश सिंह के घर में ताला जड़ दिया था. मुकेश, सोनू के ईंट भट्ठे में मुंशी था, जिस पर 68 लाख रुपये गबन का आरोप था. मुकेश ने पूर्व विधायक अनंत सिंह से मदद मांगी. अनंत सिंह समर्थकों के साथ मुकेश के घर पहुंचे, ताला तोड़ा और फिर सोनू-मोनू को समझाने उनके गांव गए. वहां दोनों पक्षों में झड़प के बाद करीब 70 राउंड फायरिंग हुई.
पुलिस ने बाद में 14 खोखे बरामद किए और जांच शुरू की. अनंत सिंह को बेऊर जेल भेजा गया, जबकि सोनू को भागलपुर जेल में शिफ्ट किया गया था. अब कोर्ट से मिली राहत के बाद सोनू बाहर आ गए हैं, जबकि मोनू अभी भी फरार है.
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