आरोपी ने जीतन सहनी से लिया था कर्ज
पुलिस मुख्यालय के अनुसार काजिम अंसारी कपड़े की दुकान चलाता था, जो पूंजी के अभाव में काफी दिनों से बंद थी. बेरोजगार काजिम ने जीतन सहनी से तीन किस्तों में 1.5 लाख का कर्ज लिया था. इसके लिए उसे अपनी जमीन 4% मासिक ब्याज दर पर गिरवी रखनी पड़ी थी. आरोपी ने बताया कि वह पैसे चुकाने में सक्षम नहीं था. इसी क्रम में 12 जुलाई को काजिम अंसारी और उसका एक साथी मो सितारा उर्फ छेदी मृतक से ब्याज की रकम कम कर कर्ज चुकाने और जमीन वापस करने की बात करने गए थे, जिस पर दोनों पक्षों के बीच काफी कहासुनी हुई थी.
पीछे के दरवाजे से घर में घुसा था आरोपी
काजिम अंसारी को जब कोई उपाय नहीं सूझा तो उसने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर मृतक जीतन सहनी से जबरन लोन के कागजात छीनने की योजना बनाई. घटना की रात काजिम ने रात 10 से 11 बजे के बीच मृतक के घर के सामने वाली गली में रेकी की, जो पास में लगे सीसीटीवी फुटेज में भी दिख रहा है. इसके बाद रात करीब डेढ़ बजे काजिम और उसके साथी पिछले दरवाजे से घर में घुसे. दरवाजे में अंदर का ताला नहीं था.
तालाब में फेंक दी अलमारी
अंदर घुसने के बाद आरोपियों ने मृतक को जगाया और धमकाते हुए जमीन और लोन के कागजात मांगे. लेकिन, जीतन सहनी ने गाली-गलौज शुरू कर दी. इस पर काजिम गुस्से में आ गया और मृतक पर चाकू से हमला कर दिया. बाकी लोगों ने मृतक के हाथ-पैर पकड़ लिए. हत्या करने के बाद आरोपियों ने कागजात वाली अलमारी की चाबी ढूंढने की कोशिश की, लेकिन चाबी नहीं मिली. इस पर आरोपियों ने अलमारी को बंद अवस्था में ही पानी में फेंकने का फैसला किया, ताकि सारे कागजात गल कर नष्ट हो जाएं. सभी ने मिलकर लकड़ी की अलमारी को घर के पीछे एक छोटे से तालाब में फेंक दिया और वहां से भाग गए.
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एफएसएल टीम को आरोपी के कपड़े पर मिले खून के धब्बे
आरोपी काजिम अंसारी ने वारदात के वक्त जो कपड़े पहने थे, उन्हें उसके घर से जब्त कर लिया गया है. हालांकि कपड़े धुले हुए थे, लेकिन एफएसएल टीम को उन पर खून के निशान मिले हैं. एफएसएल जांच में काजिम के नाखूनों पर भी खून के निशान मिले हैं. काजिम अंसारी ने उसके साथियों के जो नाम बताए हैं, उन पर पुलिस जांच कर रही है.