हथियार के धंधे के लिए बदनाम है बिहार का यह जिला, 3000 रुपए में बनता है मौत बांटने वाला सामान…
बिहार के मुंगेर जिले में फिर एकबार मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ. यह जिला हथियार के अवैध कारोबार को लेकर बदनाम रहा है. यहां के कारीगर बाहर जाकर भी हथियार बनाते हैं. आए दिन इसके खुलासे होते रहे हैं.
By ThakurShaktilochan Sandilya | April 21, 2025 12:05 PM
अवैध हथियारों के कारोबार में बिहार के मुंगेर जिले का नाम काफी सुर्खियों में रहता है. हालांकि पुलिस की तरफ से लगातार हो रही ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद इसपर बहुत हद तक लगाम लगा है लेकिन हथियार बनाने के धंधे का खुलासा अभी भी होता ही रहता है. मुंगेर में पिछले दिनों पुलिस ने एकसाथ पांच मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया. तीन कारीगर मौके पर से ही गिरफ्तार हुए. इस दौरान खुलासा हुआ कि यहां ठेका लेकर हथियार तैयार किया जाता था. ऑर्डर के हिसाब से पिस्टल बनाए जाते थे.
ठेकेदार ने दिए थे ऑर्डर, 3000 प्रति पीस की थी डील
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के टीकारामपुर मखना अगरसिया बहियार में मिनी गन फैक्ट्री चल रही थी. पुलिस ने छापेमारी की तो अर्धनिर्मित व तैयार पिस्टल और मैगजीन आदि बरामद हुए. पुलिस गिरफ्त में आए कारीगर मो. नौसाद, मो. शमशाद और मो. शजमूल ने पूछताछ में बताया कि वे हथियार कारीगर हैं और एक ठेकेदार के लिए 20 हथियार तैयार कर रहे थे. इसका ऑर्डर उन्हें मिला था. प्रति हथियार 3000 रुपए में सौदा तय हुआ था.
मुंगेर में अवैध तरीके से हथियार तैयार होने और यहां से उसके सप्लाई की कहानी काफी पुरानी है. इसी साल फरवरी महीने में पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया था जो हथियार खरीदने के लिए मुंगेर पहुंचे थे. पटना, गया और जहानाबाद के रहने वाले ये लोग हथियार खरीदकर लौट रहे थे, रास्ते में पुलिस ने दबोच लिया था.
मुंगेर में एसटीएफ करती रही है कार्रवाई
मुंगेर अवैध हथियार के निर्माण व तस्करी को लेकर जहां राष्ट्रीय फलक पर चर्चित रहा है. ‘मुंगेरिया कट्टा’ मुंगेर ही नहीं, दूसरे जिलों में भी सप्लाई किया जाता रहा है. बिहार एसटीएफ और जिला पुलिस लगातार छापेमारी करके मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा करती आयी है. पिछले साल दियारा इलाकों में अधिक कामयाबी पुलिस को मिली. खासकर टेटियाबंबर, गंगटा एवं शामपुर थाना क्षेत्र के जंगल व पहाड़ी इलाकों को ये धंधेबाज अपना ठिकाना बनाते हैं. मालपकौड़ी गांव, सिरजुआ तौफिर दियारा, बनौली गांव आदि जगहों पर पिछले साल मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया था.
दूसरे राज्यों में जाकर पसारने लगे धंधा
मुंगेर में जब पुलिस की दबिश बढ़ी तो हथियार बनाने वाले कारीगर दूसरे जिले और राज्यों में जाकर ये काम करने लगे. इसी साल फरवरी में झारखंड के गिरिडीह में बड़ी कार्रवाई हुई थी. पश्चिम बंगाल एसटीएफ व रांची एटीएस ने एक गांव में छापेमारी करके मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया तो मुंगेर के रहने वाले ही पांच हथियार कारीगर मौके पर से गिरफ्तार किए गए थे.
तहखाने में बनता था हथियार, हुआ था बड़ा खुलासा
झारखंड के गिरिडीह में मुंगेर शहर के कासिम बाजार थाना क्षेत्र के हजरतगंज का रहने वाला कारोबारी हथियार फैक्ट्री चला रहा था. हजरतगंज बाड़ा में 20 से अधिक गली है. जो पहले से ही अवैध हथियार निर्माण व तस्करी का केंद्र रहा है. यहां तहखाने में हथियार बनते थे जिसका खुलासा हुआ था. इसी कार्रवाई के बाद यहां के धंधेबाज बाहर शिफ्ट होने लगे थे.
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