तीन घंटे में पटना पहुंचने का लक्ष्य
सरकार ने पहले बिहार के किसी भी कोने से छह घंटे में पटना पहुंचने की योजना पर काम शुरू किया. इस लक्ष्य को प्राप्त करने के बाद अब बिहार के किसी भी कोने से पांच घंटे में पटना पहुंचने की योजना पर काम चल रहा है, जो तीन-चार महीने में पूरा हो जाएगा. इसी कड़ी में अब सरकार ने 2027 तक राज्य के किसी भी कोने से चार घंटे में पटना पहुंचने का लक्ष्य तय किया है, जबकि 2035 तक राज्य के किसी भी कोने से मात्र तीन घंटे में पटना पहुंचा जा सकेगा. इसके लिए विकसित भारत 2047 का रोड मैप तैयार किया गया है. इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 5000 किमी सिंगल लेन सड़क को दो लेन या इससे अधिक चौड़ा किया जाएगा.
इन नदियों पर बनेगा पुल
बिहार के अधिकतर जिले में छोटी-बड़ी नदियां अवस्थित हैं. ऐसे में जब तक नदियों पर पुलों का निर्माण नहीं हो जाता, तब तक चार घंटे में पटना पहुंचने के लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता है. इसलिए पथ निर्माण विभाग ने इन चारों प्रमुख नदियों पर 12 और पुल बनाने का निर्णय लिया है. गंगा नदी पर अभी सात पुल बने हुए हैं. नौ का निर्माण कार्यचल रहा है. तीन और नए पुल बनानेकी योजना पर काम शुरू कर दिया गया है. सोन नदी पर अभी पांच पुल बने हुए हैं. एक का निर्माण कार्य जारी है, जबकि दो और पुल बनाए जाने हैं. गंडक नदी पर सात पुल बने हुए हैं. तीन बन रहा है जबकि चार पुल बनाए जाने की योजना है, जबकि कोसी नदी पर पांच पुल बने हुए हैं. दो का निर्माण कार्यजारी है और तीन नए पुल बनाए जाने हैं.
यहां होगा पुलों का निर्माण
गंगा नदी पर बक्सर में मौजूदा पुल के समानांतर तीन लेन का पुल बनेगा. रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस-वे के मार्ग रेखन पर मटिहानी- साम्हो के बीच छह लेन पुल तो कहलगांव में गंगा नदी पर चार लेन पुल बनेगा. सोन नदी में वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेस-वे और पटना-आरा-सासाराम के एलाइनमेंट में पुल का निर्माण होगा. गंडक नदी पर वीटीआर बाइपास पर चार लेन का नया पुल पतजिरवा में एनएच 727 ए के मार्गरेखन पर चार लेन, गोरखपुर-सिलीगुड़ी के मार्ग रेखन पर छह लेन और राम जानकी मार्ग के मार्ग रेखन में सत्तरघाट में चार लेन पुल का निर्माण होगा, जबकि कोसी नदी पर गोरखपुर-सिलीगुड़ी के मार्ग रेखन पर छह लेन पुल, पटना-पूर्णिया के मार्ग रेखन पर सिमरी-बख्तियारपुर के समीप छह लेन पुल और कुरसेला में अतिरिक्त चार लेन पुल का निर्माण होगा.