संवाददाता, पटना/पटनासिटी पटना पुलिस की टीम ने अस्पताल से नवजात की चोरी कर पांच लाख रुपये में बेचने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. मालसलामी पुलिस ने नवजात की चोरी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों व एक खरीदार को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही नवजात को सकुशल बरामद कर उसके माता-पिता को सौंप दिया. गिरफ्तार लोगों में मालसलामी बड़ी नगला निवासी अनिता देवी उर्फ गौड़ी लिट्टी, मीठापुर जयप्रकार नगर में कौशल्या देवी के मकान में किरायेदार रेणु कुमारी, कंकड़बाग नवरत्नपुर में विशाल कुमार के मकान में किरायेदार शोभा देवी, मसौढ़ी कैलूचक निवासी विजय कुमार व कंकड़बाग पीसी कॉलोनी एफ सेक्टर निवासी शशि जायसवाल शामिल हैं. पकड़ी गयी शशि जायसवाल के पति बड़े कारोबारी हैं और इसने ही नवजात की खरीद पांच लाख रुपये देकर की थी. नवजात इनके कंकड़बाग पीसी कॉलाेनी के एफ सेक्टर से बरामद किया गया है. जबकि गिरफ्तार शोभा देवी कंकड़बाग में एक निजी अस्पताल में नर्स हैं. गिरफ्तार लोगों के पास से पुलिस ने 2.77 लाख नकद और आठ मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है. मालसलामी थाने के यमुनापुर नया टोला निवासी महिला के बेटे का जन्म फुलवारीशरीफ के एक अस्पताल में हुआ था. इसके बाद नवजात की तबीयत खराब हो गयी तो उसे बेहतर इलाज के लिए परिजनों ने राजेंद्र नगर स्थित एक अस्पताल में सात मई को लाया. उस समय वहां पर डॉक्टर नहीं थे. इसी दौरान रेणू व अनीता ने मिल कर नवजात को गायब कर दिया. साथ ही नर्स शोभा देवी के माध्यम से शशि जायसवाल को पांच लाख रुपये में नवजात बेच दिया. शशि जायसवाल नि:संतान थी और वह एक नवजात का पालन-पोषण करने के लिए खोज रही थी. इसके पति कारोबारी हैं. शशि ने एक नवजात का इंतजाम करने की चर्चा शोभा देवी से की थी. नवजात मिलने के बाद सारा पैसा शशि ने शोभा को दे दिया और नवजात रख लिया. इसके बाद सभी ने पांच लाख रुपये को आपस में बांट लिया. इस पूरे कांड का मास्टरमाइंड विजय कुमार है. विजय फुलवारीशरीफ के अस्पताल में ही खाना बनाने का काम करता है. इन लोगों की योजना फुलवारीशरीफ अस्पताल से नवजात को गायब करने की थी. लेकिन जब नवजात के परिजन उसे राजेंद्र नगर स्थित अस्पताल लेकर चले आये तो विजय ने अपनी बहन अनिता को उन लोगों के पीछे लगाया. अनिता ने अपने सहयोगी रेणू को लिया और राजेंद्र नगर अस्पताल से नवजात को गायब कर दिया. जब नवजात गायब हो गया तो उसके माता-पिता को कुछ समझ में नहीं आया और वे अपने आवासीय थाने मालसलामी पहुंचे. जहां मालसलामी थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने सूचना मिलते ही मामले की गंभीरता को समझा और तुरंत राजेंद्र नगर अस्पताल का सीसीटीवी कैमरा का फुटेज खंगाला. जिसमें अनिता व रेणु की पहचान हो गयी. हालांकि उन लोगों के साथ रहे एक युवक की पहचान नहीं हुई. नवजात के पिता के बयान पर सात मई को नवजात की चोरी होने के मामले में अनिता, रेणू व एक अन्य के खिलाफ मालसलामी थाने में केस दर्ज किया गया. इसके बाद पुलिस ने नवजात और उसकी चोरी करने वाले गिरोह की तलाश शुरू कर दी.
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