सीतामढ़ी के रहनेवाले हैं नुरुल होदा
मो. नुरुल होदा बिहार के सीतामढ़ी के रहने वाले हैं. वो आरपीएफ में आईजी स्तर के अधिकारी थे. यूपीएससी से पूर्व इनका चयन अवर सेवा चयन परिषद और 39वीं बीपीएससी में भी हुआ था, लेकिन इन्होंने योगदान नहीं दिया था. प्रारंभिक शिक्षा की बात करें तो सीतामढ़ी से ही हुई. इसके बाद बिहार विश्वविद्यालय से रसायन शास्त्र और कालांतर में दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी की भी उपाधि हासिल की. नुरुल होदा अंग्रेजी के साथ उर्दू, फारसी और अरबी भाषाओं की भी जानकारी रखते हैं. वे एक उत्साही मैराथन धावक और प्रतिभागी हैं जो प्रतिदिन 10 किमी दौड़ते हैं. सामाजिक उत्तरदायित्व के रूप में अपने पैतृक निवास स्थान में 300 बच्चों को मुफ्त आधुनिक शिक्षा देते हैं.
सुरक्षा के लिए नई रणनीतियों को किया लागू
नुरुल होदा ने रेलवे सुरक्षा आयुक्त, धनबाद और आसनसोल के रूप में नक्सलवाद एवं अपराध नियंत्रण तथा संवेदनशील क्षेत्रों में रेलवे सुरक्षा के लिए प्रभावी कार्य किया. इन्होंने नई रणनीतियों को लागू किया. वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त (दिल्ली मंडल), उप-महानिरीक्षक (रेल अपराध) रेलवे बोर्ड और महानिरीक्षक (रेलवे) जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रेलवे में यात्री सुरक्षा और अपराध नियंत्रण से संबंधित कई नवीन प्रयोग किए. उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें दो बार विशिष्ट सेवा पदक और दो बार महानिदेशक चक्र से सम्मानित किया जा चुका है.
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