कुर्मी-कुशवाहा और यादव गुट सक्रिय
रंगदारी वसूलने के लिए दो गुट कुर्मी-कुशवाहा और यादव गुट सक्रिय हैं. यादव गुट का नेतृत्व शशिकांत करता है. इन्हीं बदमाशों के ग्रुप पूरे बिहार के कोने-कोने में जाने वाली बसों का पूरा मैनेजमेंट अपने हाथ में रखते हैं और कब कौन बस खुलेगी, इसका भी निर्णय लेते हैं. सूत्रों का कहना है कि समय को लेकर ही विवाद हुआ था. इसके बाद जैसे ही नीतू राज ट्रेवल्स का बस चालक दुष्यंत कुमार यात्रियों को बेतिया लेकर जाने के लिए निकला, वैसे ही चार पांच बदमाशों ने मसौढ़ी मोड़ के समीप रोक लिया. इसके बाद ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. जिसमें चालक दुष्यंत कुमार की मौत हो गयी, जबकि कंडक्टर दिलशाद जख्मी हो गया.
घटना में पांच नामजद लोगों पर केस दर्ज
घटना के बाद नीतू राज ट्रेवल्स के मालिक मनोज कुमार ने पांच को नामजद आरोपी बनाया था. विदित हो कि इसके पूर्व भी बैरिया बस स्टैंड में रंगदारी को लेकर गोलीबारी व हत्या हो चुकी है. वर्ष 2024 में छह अक्तूबर को बदमाशों ने नीतू राज ट्रेवल्स के कंडक्टर दीपक ओझा की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके पूर्व वर्ष 2023 में बस मालिक कृपाशंकर की अगमकुआं इलाके में हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में धनुकी मोड़ निवासी व कई कांडों के आरोपी रामप्रवेश महतो का नाम सामने आया था. एसटीएफ ने रामप्रवेश महतो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. हालांकि इसका ग्रुप का अभी भी बैरिया बस स्टैंड में वर्चस्व कायम है.
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