आठ माह से चल रही है प्रक्रिया
इ-केवाइसी की प्रक्रिया लगभग आठ माह से चल रही है. सार्वजनिक गैस एजेसियां उपभोक्ताओं से इ-केवाइसी कराने की कोशिश कर रही हैं. साथ ही मोबाइल पर लगातार इ-केवाइसी कराने के मैसेज भी भेजे जा रहे हैं. इसके बावजूद ग्राहक इसमें रुचि नहीं ले रहे हैं. केवाइसी कराने लिए ग्राहकों को एजेंसी पर आधार कार्ड, पास बुक और मोबाइल लेकर जाना होगा. वहां बायोमेट्रिक के जरिये इ-केवाइसी हो जायेगी.
हर ग्राहक को इ-केवाइसी करना अनिवार्य
सार्वजनिक गैस कंपनियों की ओर से इ-केवाइसी कराने का मुख्य मकसद यह है कि सही उपभोक्ताओं की पहचान हो सके. कई ऐसे उपभोक्ता हैं, जो दूसरे स्थान पर चले गये हैं, लेकिन उनका कनेक्शन कोई अन्य परिचित प्रयोग कर रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि इसमें ग्राहकों के फिंगर प्रिंट स्कैनर और फेस आइडी से इ-केवाइसी की जा रही है. इ-केवाइसी के लिए आधार कार्ड और गैस का उपभोक्ता का नंबर चाहिए. इसके अलावा जो लोग एजेंसी नहीं जाना चाहते थे. ऑनलाइन भी इ-केवाइसी करवा सकते हैं.
अब तक आधे ग्राहक ही दिखाई रुचि
सार्वजनिक गैस कंपनियों की ओर से कहा गया है कि इसके लिए ग्राहकों को मोबाइल एप डाउनलोड करना होगा. बिहार एलपीजी वितरक एसोसिएशन के महासचिव डॉ राम नरेश प्रसाद सिन्हा ने बताया कि एलपीजी के हर ग्राहक को इ-केवाइसी करना अनिवार्य है. 55 से 60 फीसदी ग्राहकों ने ही अभी तक इ केवाइसी कराया है. इ-केवाइसी कराने को लेकर ग्राहकों को लगातार मैसेज भेजा जा रहा है. ग्राहकों को चाहिए की जल्द से जल्द इ-केवाइसी करा लें.
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