प्रशांत किशोर ने राष्ट्रपिता का अपमान किया, जदयू प्रदेश अध्यक्ष का पलटवार

प्रशांत किशोर के बयान पर पलटवार करते हुए जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि गांधी जयंती पर शराबबंदी हटाने की घोषणा राष्ट्रपिता का राजनीतिक अपमान है.

By Paritosh Shahi | October 3, 2024 6:59 PM
an image

प्रशांत किशोर के ऐलान पर जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पलटवार करते हुए कहा कि गांधी जयंती पर शराबबंदी हटाने की घोषणा राष्ट्रपिता का राजनीतिक अपमान है. आबकारी अधिनियम के तहत गांधी जयंती के दिन देशभर में शराब की खरीद-बिक्री पर पूर्णतः प्रतिबंध रहता है. प्रशांत किशोर ने इस तरह का वक्तव्य देकर पूज्य बापू की आत्मा के साथ-साथ जनभावनाओं को भी गहरा ठेस पहुंचाया है.

घरेलू हिंसा में काफी कमी आयी

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शराबबंदी कानून से महिलाओं के विरुद्ध हो रहे घरेलू हिंसा में काफी कमी आयी है. एक रिपोर्ट के अनुसार शराबबंदी लागू होने से यौन हिंसा के मामलों में 21 लाख (3.6 फीसदी) की गिरावट दर्ज की गयी है, लेकिन प्रशांत किशोर को सामाजिक सुधार के विषयों से कोई लेना-देना नहीं है.

क्या सामाजिक दुर्गंध फैलाना चाहते हैं

उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि महात्मा गांधी शराब के सेवन को एक सामाजिक बुराई मानते थे इसलिए हमारा सीधा प्रश्न है कि क्या प्रशांत किशोर शराबबंदी को खत्म कर प्रदेश में सामाजिक दुर्गंध फैलाना चाहते हैं? अगर यही उनकी मंशा है तो बिहार की जनता और खासकर महिलाएं इसे कतई स्वीकार नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि जनसुराज पार्टी की राजनीतिक आयु 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव तक ही है. उसके बाद उनकी झूठ की दुकानदारी पर स्थायी ताला लग जायेगा.

इसे भी पढ़ें : IRCTC: 13 अक्तूबर तक ट्रेनों में परोसे जायेंगे बिना लहसुन-प्याज वाले भोजन, व्रतियों के लिए खुशखबरी

Bihar Land Survey: भूमि सर्वे में अमीनों के कारण हो रहा सबसे ज्यादा विवाद, सचिव ने दिया एक्शन का आदेश

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

यहां पटना न्यूज़ (Patna News) , पटना हिंदी समाचार (Patna News in Hindi), ताज़ा पटना समाचार (Latest Patna Samachar), पटना पॉलिटिक्स न्यूज़ (Patna Politics News), पटना एजुकेशन न्यूज़ (Patna Education News), पटना मौसम न्यूज़ (Patna Weather News) और पटना क्षेत्र की हर छोटी और बड़ी खबर पढ़े सिर्फ प्रभात खबर पर.

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version