अब तक 200 पेड़ों पर लगा QR कोड
जानकारी मिली है कि जू प्रबंधन की तरफ से ये डिजिटल बोर्ड इसलिए लगाए जा रहे हैं, ताकि दर्शकों को प्रमुख प्रजातियों को पहचानने में सहूलियत मिल सके. अब तक करीब 200 पेड़ों में यह डिजिटल बोर्ड लगाए जा चुके हैं. पूरे पटना जू में करीब 2 लाख की लागत से यह डिजिटल बोर्ड लगाया जा रहा है.
मिलेगी पेड़ों से संबंधित तमाम जानकारी
बता दें कि यहां के पेड़ों में लगे डिजिटल बोर्ड को स्कैन करने पर एक लिंक आएगा. उस लिंक पर क्लिक करते ही उस पेड़ से संबंधित तमाम जानकारी मिल जाएगी. जिसके तहत पेड़ों के वैज्ञानिक नाम, वह किस फैमिली से है, वह कैसा दिखता है, आम बोलचाल की भाषा में उसे क्या कहते हैं, कहां पर पाया जाता है, उसका औषधीय गुण क्या है, पर्यावरण को उससे क्या फायदा होगा समेत तमाम जानकारी मिलेगी. सिर्फ इतना ही नहीं पेड़ से संबंधित कुछ रोचक जानकारी भी यहां दी गई है.
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इसी महीने पूरा होगा QR कोड लगाने का काम
जू प्रंबधन के अनुसार पेड़ों में QR कोड लगाने की प्रक्रिया को जून महीने में ही पूरा करने की योजना है. बता दें कि इस जू में हर्बल और अन्य प्रजातियों के कुल 300 से ज्यादा किस्मों के 65,000 से अधिक पेड़-पौधे हैं. इनमें कई तो 50 साल से भी पुराने हैं.
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