पटना : बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड के नये अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार झा ने रविवार को पदभार ग्रहण किया. उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद कहा कि पूरे राज्य में 648 प्रस्वीकृत संस्कृत विद्यालय हैं. विद्यालय में अध्ययन-अध्यापन का वातावरण निर्माण के लिए समाज में जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. इससे अधिक से अधिक छात्रों को जोड़ने का प्रयास किया जायेगा. जल्द ही टीम बनाकर सभी संस्कृत विद्यालय का निरीक्षण किया जायेगा. भवन एवं आधारभूत संरचना, उपस्करहीन विद्यालयों का प्रतिवेदन तैयार कर सरकार को सौंपा जायेगा. सरकार से सहयोग से हर संभव समाधान की दिशा में कार्य किया जायेगा. —— पाठ्यक्रम में किया जायेगा संशोधन नये अध्यक्ष ने पदभार ग्रहण करने के बाद सदस्यों के साथ बैठक की, जिसमें आगामी कार्य योजना पर चर्चा हुई. बोर्ड की कार्ययोजना में पाठ्यक्रम में संशोधन कर पारंपरिक भारतीय गुरुकुल प्रणाली को आधुनिक शिक्षा प्रणाली से जोड़ने का प्रयास किया जायेगा. बोर्ड में डिजिटल संसाधनों को प्रयोग किया जायेगा. संस्कृत शिक्षा को मुख्यधारा से जोड़ा जायेगा. नामांकन और परीक्षा फल में पारदर्शिता बरती जायेगी. सत्र नियमित और एवं समय पर परीक्षाओं का संचालन किया जायेगा. बोर्ड के सदस्य निवेदिता सिंह, अनुरंजन झा, धनेश्वर कुशवाहा ने योगदान किया. मौके पर बोर्ड के सचिव नीरज कुमार, परीक्षा नियंत्रक उपेंद्र कुमार सहित अन्य मौजूद रहे.
संबंधित खबर
और खबरें