जरूरत से आधी हो चुकी थी दृश्यता
दरभंगा एयरपोर्ट पर इंस्ट्रूमेंटल लैंडिंग सिस्टम नहीं लगे होने के कारण वहां विमानों के उतरने के लिए 1500 मीटर की दृश्यता जरूरी होती है. लेकिन, रविवार की शाम में यह महज 700-800 मीटर होने के कारण पायलट के लिए रनवे को देखना और विमान लैंड करना संभव नहीं हुआ. इसलिए विमान को डायवर्ट कर पटना एयरपोर्ट पर लाया गया.
विमान में 157 यात्री थे सवार
शाम 5:07 बजे दरभंगा वाली फ्लाइट पटना एयरपोर्ट पर लैंड हुई. चूंकि कुहासा के बने रहने की वजह से विमान को फिर दरभंगा ले जाकर लैंड करना संभव नहीं हुआ, इसलिए विमान में सवार 157 यात्रियों को बस से दरभंगा भेजने का एयरलाइंस ने निर्णय लिया. शाम सात बजे एयरलाइंस द्वारा किराये पर लियी गयी बस पटना एयरपोर्ट पर पहुंची. इस बीच कुूछ यात्री अपने खर्च पर टैक्सी और बस से दरभंगा के लिए निकल भी चुके थे . बचे यात्रियों को लेकर शाम 7:05 बजे दरभंगा के लिए पटना से बस निकली.
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देर से आये गये छह विमान
पटना एयरपाेर्ट से आने जाने वाले छह विमानाें का ऑपरेशन देर से हुआ..स्पाइस जेट की एसजी 757 पुणे- पटना फ्लाइट दोपहर 2.20 की बजाय शाम 4 बजे लैंड की. यह फ्लाइट 1.40 घंटे देर से आयी. वहीं इंडिगो की फ्लाइट 6इ2043 मुंबई-पटना फ्लाइट लगभग 44 मिनट देर से 3.45 बजे लैंड हुई . उधर, दिल्ली-पटना की इंडिगाे उड़ान जी 8- 143 करीब 70 मिनट से आयी. बेंगलुरू- पटना एसजी 768 फ्लाइट भी 15 मिनट, कोलकाता-पटना इंडिगो की फ्लाइट 6इ895 चालीस मिनट देर से शाम 7.26 पर आयी. गो एयर की दिल्ली-पटना फ्लाइट जी8131 शाम सात बजकर दस मिनट की जगह 7.25 बजे पहुंची.