दो ट्रेनों के यात्रियों के बीच आ गये कुम्भ स्पेशल के यात्री
छपरा के रहनेवाले पप्पू गुप्ता ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी विलंब से चलने के कारण इसके यात्री भी प्लेटफार्म पर नंबर 12,13 और 14 पर थे. इसी दौरान प्रयागराज ट्रेन के और यात्री आने लगे. इससे प्लेटफॉर्म नंबर 16 के एस्केलेटर के पास और प्लेटफार्म नंबर 14 और 15 पर भगदड़ मच गई. इसमें महिलाएं और बच्चों समेत कई लोग गिर गए. भगदड़ मचने के बाद लोग एक-दूसरे के ऊपर से चढ़कर पार होने लगे.
जो गिरा वो दब कर मर गया
पप्पू गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 14 और 15 नंबर प्लेटफॉर्म पर बहुत गंदी स्थिति थी. महाकुंभ जाने के लिए प्लेटफॉर्म पर भारी भीड़ उमड़ी थी, तभी भगदड़ जैसी स्थिति हो गई. जो गिरे वो दब कर मर गये. प्रयागराज जाने वाले एक दूसरे यात्री धमेंद्र सिंह ने बताया कि, वे अपने परिवार के साथ प्रयागराज जा रहे थे, उनका 12583 ट्रेन में टिकट था और B2 में रिजर्वेशन था. 10.40 की गाड़ी थी और वो लोग 8.30 बजे स्टेशन आ गए थे..लेकिन भीड़ बहुत ज्यादा थी..गंदी स्थिति थी..जिसके बाद अचानक भगदड़ हुई और लोग ट्रेन के आगे गिरे. उन्होंने बताया कि कितने लोग गिरे पता नहीं. लोग ट्रेन के आगे गिर गए, कट गए, दब गए, मर गए. प्रशासन आया एक बार में ही सबको भरकर ले जाया गया.
एक घंटे तक मची रही अफरा-तफरी
एक अन्य महिला यात्री ने बताया कि हम एक घंटे तक भीड़ में दबे रहे, बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई. वहीं दूसरी एक महिला यात्री ने कहा कि यहां पैर रखने की जगह भी नहीं थी, जिनका टिकट नहीं था वो आराम से जाकर ट्रेन में बैठे थे, औऱ जिनका टिकट था वो बाहर खड़े थे. एक दूसरे चश्मदीद प्रमोद चौरसिया ने बताया कि मैं अंदर ही था जब भगदड़ मची, लोग एक दूसरे के ऊपर चढ़ गए. धक्का-मुक्की हो गई. मैं तो सीढ़ियों से दूर हट गया, लोगों ने धक्का मारना शुरू कर दिया. बताया जा रहा है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की घटना की सूचना रात 9:55 बजे मिली. भगदड़ के बाद रेलवे प्रशासन और सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे, जिसके बाद घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
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