बिहटा. प्रखंड के किशुनपुर, मोहरमपुर और बेदौली गांव में बंदरों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि लोग डर के साये में जीने को मजबूर हैं. ग्रामीणों के अनुसार बंदरों के झुंड ने शुक्रवार को किशुनपुर गांव में छह लोगों पर हमला कर उन्हें काटकर जख्मी कर दिया. जख्मी लोगों में राज सिंह, पप्पू, मदन सिंह, श्रुति देवी समेत अन्य शामिल हैं. किशुनपुर के मंटू पाण्डेय ने बताया कि दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड के चौड़ीकरण के दौरान इलाके के दर्जनों पेड़ काट दिये गये थे. यही पेड़ बंदरों का ठिकाना थे. पेड़ कटने के बाद बंदर गांवों में घुस कर हमला करने लगे. मोहरमपुर के जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि कुछ महीने पहले उनके भाई पर बगीचे में बैठे वक्त बंदर ने हमला कर दिया था जिससे भागते समय उसका पैर टूट गया. बेदौली के पिंटू सिंह ने कहा कि लगातार हमलों और डर के चलते वे परिवार समेत गांव छोड़कर लखनऊ जा रहे हैं. ग्रामीणों ने पटना जिला प्रशासन और वन विभाग से कई बार शिकायत की है लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. पटना डीएम को भी पत्र लिखकर बंदरों को पकड़वाने के लिए वन विभाग की टीम भेजने की मांग की गयी है. इस संबंध में पटना के डीएफओ गौरव ओझा ने बताया कि यह लाल रंग के बंदर हैं, जो आमतौर पर वन क्षेत्र के बाहर माने जाते हैं. फिर भी अधिकारी भेजकर जांच कराई जायेगी और बंदरों को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाया जायेगा.
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