संवाददाता, पटना : मीठापुर ग्रिड में हालिया फॉल्ट और राजधानी में बिजली आपूर्ति की गंभीर समस्या के बाद बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड (बीएसपीटीसीएल) तकनीकी सुधार और संरचनात्मक मजबूती की दिशा में बड़े कदम उठा रही है. इसी क्रम में बीएसपीटीसीएल के प्रबंध निदेशक राहुल कुमार ने करबिगहिया स्थित 132/33 केवी ग्रिड सबस्टेशन का निरीक्षण कर भविष्य की तैयारियों का खाका खींचा. निरीक्षण के दौरान एमडी ने करबिगहिया ग्रिड की लोड क्षमता, संचालन प्रणाली, शिफ्ट ड्यूटी और सुरक्षा प्रबंधन की गहन समीक्षा की. चूंकि यह ग्रिड राजधानी के केंद्रीय, वीआइपी और अत्यावश्यक संस्थानों को बिजली आपूर्ति करता है और इसका फिलहाल कोई वैकल्पिक स्रोत नहीं है, इसलिए इसे ‘संवेदनशील ग्रिड’ मानते हुए एमडी ने एक नये ग्रिड के निर्माण का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया़ यह प्रस्ताव राजधानी को भविष्य में निर्बाध और स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में अहम भूमिका निभायेगा. आगामी योजना के तहत पटना के चारों अत्याधुनिक गैस इंसुलेटेड सिस्टम ग्रिडों की तकनीकी समीक्षा भी की जायेगी. इसका उद्देश्य संभावित फॉल्ट की त्वरित पहचान व समाधान की व्यवस्था तैयार करना है, ताकि मीठापुर जैसी स्थिति दोबारा न हो. इसके साथ ही एमडी ने राज्यभर के 161 ग्रिड सब स्टेशनों का तीन दिनों में निरीक्षण करने का आदेश दिया है. कार्यपालक अभियंता हर ग्रिड की तकनीकी स्थिति, क्षमता, सुरक्षा व कमजोरियों की समीक्षा कर तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे.
संबंधित खबर
और खबरें