पटना सिटी. आलमगंज थाना क्षेत्र के गायघाट स्थित पटना सिटी व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता संघ के नये भवन में छिपे तीन आरोपितों में दो ने शनिवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया. आरोपितों को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस हाथ मलते रहे गयी. जमीन विवाद को लेकर सड़क जाम करने के मामले में दोनों आरोपितों ने व्यवहार न्यायालय के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी प्रतिमा कुमारी की अदालत में सरेंडर किया. अदालत ने खुसरूपुर थाना बाराहसनपुर गांव निवासी पप्पू सिंह और प्रमोद सिंह को न्यायिक हिरासत में लेते हुए जेल भेज दिया. बताते चलें कि बीते शुक्रवार की देर शाम नये अधिवक्ता संघ भवन स्थित एक अधिवक्ता के चैम्बर के अंदर में तीन लोगों के रहने की बात को लेकर आलमगंज, खुसरूपुर थाना की पुलिस, एसटीएफ सहित अन्य पुलिसकर्मी के पहुंचने पर हड़कंप मच गया था. पुलिस तीनों लोगों को चैंबर से बाहर नहीं निकाल पायी. इसी बीच शनिवार की सुबह दो आरोपितों को न्यायालय में आत्मसमर्पण कराया गया. बताया जाता है कि बीते शुक्रवार को दो आरोपित अधिवक्ता के माध्यम से न्यायालय में आत्मसमर्पण करने आये थे, लेकिन किसी कारणवश आत्मसमर्पण नहीं कराया जा सका था. इसी बीच आरोपितों के विरोधी ने अधिवक्ता चैंबर में दोनों के होने की सूचना पुलिस को दी. इसके बाद आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए भारी संख्या में न्यायालय परिसर में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. अधिवक्ताओं ने बताया कि जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच न्यायालय में टाईिटल सुट 218/21 चल रहा है. आरोपित के अधिवक्ता शशि शंकर सिंह ने अदालत में आवेदन देकर अदालत को बताया कि मामले के आइओ ने उन्हें धमकी देते हुए देख लेने की बात कही है.
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