संवाददाता,पटना विधानसभा में गुरुवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष में मारपीट की नौबत आ गयी. यदि मार्शल,मंत्री और सत्ता पक्ष के कुछ वरिष्ठ विधायक बीच में नहीं आते तो विधानसभा का नजारा कुछ और होता. वहीं,विधानसभा में मारपीट की नौबत आने पर स्पीकर नंद किशोर यादव ने खेद जताया. स्पीकर ने कहा कि सदस्य गरिमा के अनुकूल व्यवहार करें.शालीनता की सीमा नहीं लांघें. दरअसल,विधानसभा की दूसरी पाली में अनुपूरक बजट पर अपना पक्ष रखते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मतदाता विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) के बहाने सरकार को घेरते हुए कहा कि एसआइआर में फर्जीवाड़ा हो रहा है.सच दिखाने वाले पत्रकार पर एफआइआर की जा रही है. इस पर सम्राट चौधरी ने प्रतिकार किया.उन्होंने तेजस्वी पर हमला करते हुए उनके पिता लालू प्रसाद के बारे में ऐसी बात कह दी जिसने माहौल को बेहद उत्तेजित कर दिया. पक्ष और विपक्ष के सदस्य बांह चढ़ाने लगे. सम्राट चौधरी ने लालू प्रसाद को लेकर ऐसे शब्दों का उपयोग किया जिसे सुन विपक्ष के सदस्य उत्तेजित हो गये. इसी बीच सत्ता बेंच पर बैठे भाजपा के जनक सिंह तेजस्वी की ओर इशारा कर जोर-जोर से कुछ कहने लगे.इसके बाद तेजस्वी ने उन पर पलटवार किया और कहा कि ज्यादा जोर से बोलेगा तो … इस पर जनक सिंह ने कहा कि तुम… क्या बोलेगा…तुम्हारे…के साथ काम किया है. जनक सिंह के इतना कहते ही राजद विधायक विजय सम्राट अपनी स्थान से उठे और तेजी से जनक सिंह की ओर लपके.उनके पीछे माले विधायक सत्येंद्र यादव, राजद विधायक मुकेश यादव और मुकेश रोशन भी तेजी से जनक सिंह की ओर बढ़ते दिखे. देखते ही देखते विधानसभा मंे मारपीट जैसे स्थिति बन गयी.
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