संवाददाता, पटना : गाेपाल खेमका की हत्या से पहले शूटर, लाइनर समेत तीन लोग दलदली रोड में जुटे थे. तीनों ने साथ में चाय पी और इसके बाद शूटर गोपाल खेमका के आवास के पहुंचा. एक बांकीपुर क्लब गया और तीसरा बिस्काेमान भवन के आसपास था. शूटर का नाम विजय है. वह बुद्धा काॅलाेनी थाने में दर्ज एक हत्या के मामले में फरार है. वह पहले दूसरे गैंग में था, पर अभी नये गैंग से जुड़ गया है. पुलिस का दावा है कि शूटर की पहचान कर ली गयी है. दाे-तीन और की पहचान हुई है, जाे इस घटना के पीछे थे. अब तक कि जांच में जमीन विवाद की ही बात सामने आयी है. उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या में एसआइटी ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है.जेल में बंद सुल्तानगंज के अजय वर्मा व उसके तीन गुर्गों समेत अन्य लोगों से घंटों पूछताछ हुई. इसके अलावा गुंजन खेमका हत्याकांड के एक-एक पहलुओं की जांच हुई, तो दोनों हत्याओं के पीछे पुलिस को एक अहम साक्ष्य मिला. पुलिस सूत्र ने बताया कि गोपाल खेमका की हत्या सुपारी देकर करायी गयी है. इधर गाेपाल खेमका के छाेटे बेटे डाॅ गाैरव खेमका के लिखित बयान पर गांधी मैदान थाने में अज्ञात पर केस दर्ज किया गया है. गांधी मैदान थानेदार खुद इस केस के आइओ हैं. पटना सिटी के शूटर पर पुलिस का शक गहरा गया है.
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