बिहार के भागलपुर में जया किशोरी की PHOTOS देखिए, श्रीमद्भागवत कथा का हो रहा आयोजन

भागलपुर के गोशाला परिसर में मंगलवार से श्री गुरु सेवा समिति के तत्वावधान में श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन हो रहा है. इस यज्ञ को लेकर कथवाचिका जया किशोरी भागलपुर पहुंची हैं. जहां 4 दिसंबर तक कथा का श्रवण होना है.

By ThakurShaktilochan Sandilya | November 29, 2023 7:08 PM
an image

कथवाचिका जया किशोरी भागलपुर पहुंची हैं जहां 4 दिसंबर तक कथा का श्रवण होना है. मंगलवार को कथा वाचिका जया किशोरी ने श्रीमद्भागवत कथा शुरू करने के पहले खाटू नरेश की जय सहित रानी सती दादी जी की जय और बाबा भूतनाथ की जय के साथ कहा कि मां-बाप हमेशा अपने बच्चों को अच्छे संगत में देखना चाहते हैं.

श्री गुरु सेवा समिति के तत्वावधान में गोशाला परिसर में मंगलवार से शुरू हुए श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ को सुनने आये लोगों से कही. यह यज्ञ चार दिसंबर तक चलेगा.

कथा वाचिका ने कहा कि बच्चों के साथ कभी भी जबर्दश्ती नहीं करना चाहिए, उन्हें संस्कार सिखायें कि मेरे रहने के बाद भी वह अच्छे से रहे और दूसरे की मदद करे. उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ मदद के भी संस्कार देना चाहिए.

कथा वाचिका ने कहा कि अच्छे इंसान बनने के लिए समय लगता है, लेकिन शार्टकट वाले सफलता का रास्ता जल्द ही खत्म हो जाता है. पहले श्लोक में ही वेद व्यास ने समस्त वेद ग्रंथ लिख दिया था. सत्य, चित्त व आनंद भगवान के तीन रूप हैं. उन्होंने कहा कि जो हमेशा अडिग रहे वही सत्य है, आश्रय उसी का लेना चाहिए, जो कभी नहीं बदले वही भगवान हैं.

जया किशोरी ने कहा कि भगवान को नहीं मानने वाला व्यक्ति भी परेशानी में भगवान का याद करता है. इस धरती पर श्री कृष्ण व श्रीराम की कठिनाई कम थी क्या? इस संसार में जिसकी जितनी जिंदगी लिखी है, उसे काटनी ही पड़ेगी, चाहे हंस के, चाहे रो कर.

जया किशोरी ने कहा कि जो इंसान दुख में सुखी होकर रह ले, समझो उस दिन भगवान की शरण में आ गये.

जया किशोरी ने कहा कि यह मनुष्य का स्वभाव है कि आप जब भी किसी के साथ अधिक समय व्यतीत करते हैं तो उस आदमी का प्रभाव पड़ने लगता है. बुराई आसान है, लेकिन अच्छे बनने के लिए मेहनत करनी पड़ती है

भागलपुर के नया बाजार स्थित गोशाला परिसर में 28 नवंबर से 4 दिसंबर तक के लिए श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ चल रहा है.

कथा में यजमान के रूप में शामिल इन 45 परिवारों के लिए बनारस से 45 ब्राह्मणों को आचार्य के रूप में बुलवाया गया है, जिससे कि कार्यक्रम सुचारु रूप से जारी रहे.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version