12वीं तक पढ़ा है अंकित मिश्रा
जानकारी के अनुसार अंकित मिश्रा वैशाली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के मधुसूदन एतवारपुर गांव के विनय कुमार मिश्रा का पुत्र है. अंकित की पहचान होने के बाद उसकी गिरफ्तारी तक पुलिस उसके माता-पिता को थाने में बैठाये रखा. इधर अंकित मिश्रा ने पूछताछ के दौरान सूरत क्राइम ब्रांच को बताया कि वो 12वीं तक पढ़ा है. वह पिछले छह साल से सूरत में रह रहा है, जबकि उसका मूल निवास बिहार के वैशाली जिले के मधुसूदन गांव है. सूरत के लस्काना स्थित करघे की फैक्ट्री में मजदूर काम करता हैं. अंकित मिश्रा ने स्वीकार किया कि उसने 20 मार्च को इंटरनेट के माध्यम से मीडिया चैनल से संपर्क किया. उसने माना कि उसने ही 36 घंटे में बिहार के मुख्यमंत्री को बम से उड़ाने की धमकी दी थी. हालांकि बिहार पुलिस उससे और पूछताछ कर रही है. पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि वह किसी राजनीतिक दल से जुड़ा तो नहीं है.
बिहार पुलिस ने मांगी सूरत पुलिस की मदद
सूरत क्राइम ब्रांच के पीआई ललित वागडिया ने बताया कि 20 मार्च 2023 को मीडिया के जरिए बिहार के मुख्यमंत्री को 36 घंटे में बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. पता चला कि यह धमकी सूरत के एक युवक ने दी है. बिहार के पटना जिले के सचिवालय थाने में एक अज्ञात युवक के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है. जांच करने पर पता चला कि जिस नंबर से बिहार पुलिस को फोन आया था, वह गुजरात के सूरत से आया था. इसके लिए बिहार पुलिस की एक टीम सूरत आयी और सूरत क्राइम ब्रांच से धमकी देने वाले शख्स को खोजने में मदद मांगी. ललित वागडिया ने आगे कहा कि घटना की गंभीरता को देखते हुए सूरत अपराध शाखा की एक टीम तैनात की गयी. सूरत क्राइम ब्रांच के पीएसआई दोडिया व उनकी टीम को अंकित मिश्रा का लोकेशन लसकाना में ट्रेस हुआ. इसके बाद आरोपी अंकित कुमार मिश्रा को लसकाना से गिरफ्तार कर बिहार पुलिस को सौंप दिया है.