Sawan 2022 : जापान में गूंजा बोल बम, हर-हर महादेव, झारखंड-बिहार के कांवरियों का ऐसे हुआ भव्य स्वागत

Sawan 2022 : जापान में पहली बार झारखंड-बिहार के श्रद्धालुओं ने फुनाबोरी से ओजीमा तक कांवर यात्रा निकाली. कांवरियों का स्वागत उनके पैर धोकर, पुष्पवर्षा कर ज्योति किरण, कोमल एवं अन्य महिलाओं ने किया. अमित कुमार ने बताया कि बिहार फाउंडेशन के लोगों ने मिलकर कांवर बनाया. इसके बाद कांवर यात्रा निकाली.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2022 8:45 PM
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Sawan 2022 : जापान में पहली बार सावन में कांवर यात्रा निकाली गयी है. झारखंड-बिहार के श्रद्धालुओं ने फुनाबोरी से ओजीमा तक कांवर यात्रा निकाली. कांवरियों का स्वागत उनके पैर धोकर, पुष्पवर्षा कर ज्योति किरण, कोमल एवं अन्य महिलाओं ने किया. झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के ओएसडी मिथिलेश कुमार के पुत्र अमित कुमार ने बताया कि बिहार फाउंडेशन के लोगों ने खुद से जापान में कांवर बनाया. इसके बाद कांवर यात्रा निकाली. बिहार फाउंडेशन जापान चैप्टर की ओर से ये प्रयास किया गया है.

पहली बार सावन महीने में कांवर यात्रा

जापान में पहली बार सावन महीने में कांवर यात्रा निकाली गयी है. बिहार फाउंडेशन जापान चैप्टर के अथक प्रयास से यह संभव हो पाया है. सुबह फुनाबोरी में वैदिक कल्चरल हॉल में सभी शिवभक्त जमा हुए, जहां उनका उत्साहवर्धन करने के लिए भारतीय दूतावास के डिप्टी चीफ ऑफ मिशन मयंक जोशी आये और उन्हें अपना आशीर्वचन दिया. उनका स्वागत बिहार फाउंडेशन के अध्यक्ष राजा आनंद विजय सिंह ने अंगवस्त्र भेंटकर किया. अपराजिता और ज्योति ने उन्हें रोली-चंदन का तिलक लगाया. दीया, पीकू, अव्यान एवं ओम साई ने फूल का गुलदस्ता और सैपलिंग भी भेंट की.

रातभर जगकर तैयार किया कांवर

शिव भक्तों ने फुनाबोरी से ओजीमा तक पदयात्रा निकाली थी. हिगाशी ओजीमा के ब्रिज से गुजरते हमारे इस पदयात्रा के दौरान विश्व प्रसिद्ध sky Tree और सुमेधा नदी ने इसे और खूबसूरत बना दिया था. झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के ओएसडी मिथिलेश कुमार के पुत्र अमित कुमार ने बताया कि मुकेश गुप्ता, शिवानी, ओम साई गुप्ता, दिलीप कुमार, बिनोद, अमित कुमार, रविंदर, अभिषेक, अपराजिता, दीया, विकास, राजा आनंद विजय, नोरिको ने रातभर जगकर कांवर तैयार किया.

कांवरियों का भव्य स्वागत

भारतीय दूतावास के डिप्टी चीफ ऑफ मिशन मयंक जोशी ने अपने संबोधन में भारत-जापान के रिश्तों को सांस्कृतिक रूप जोड़ने के इस प्रयास को काफी सराहा. इस साल भारत-जापान के रिश्ते की 70वीं वर्षगांठ मनायी जा रही है. साथ ही आजादी का अमृत महोत्सव भी मनाया जा रहा है. कांवर यात्रा की इस शुरुआत को संबंधों को मजबूत करने एवं जापान में हमारी भारतीय संस्कृति के प्रचार प्रसार के रूप में देखा जा रहा है. भारतीय समुदाय के गढ़ कहे जाने वाले ओजीमा में कांवरियों का स्वागत उनके पैर धोकर, पुष्पवर्षा कर ज्योति किरण, कोमल एवं अन्य महिलाओं ने किया. कई जापानी इसे देखकर आश्चर्यचकित थे.

रिपोर्ट : राणा प्रताप, रांची

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