मधेपुरा के 3 बूथों पर वोट का बहिष्कार, इन मुद्दों को लेकर ग्रामीणों ने मतदान से किया मना

मधेपुरा के तीन बूथों पर ग्रामीणों ने विकास के विभिन्न मुद्दों को लेकर मतदान का बहिष्कार किया. अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा काफी मान मनोबल के बाद यहां 12 बजे के बाद मतदान शुरू हो पाया था.

By Anand Shekhar | May 7, 2024 5:01 PM
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Loksabha Election: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मधेपुरा के मुरलीगंज प्रखंड के तीन बूथों पर नाराज मतदाता विभिन्न मुद्दों को लेकर वोट बहिष्कार पर अड़े रहे. सुबह 7:00 बजे के बाद अनुमंडल पदाधिकारी के आश्वासन के बाद दिन के करीब 11:45 बजे दोबारा मतदान शुरू हुआ. यहां शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क समेत विकास से जुड़े मुद्दों पर मतदान का बहिष्कार किया गया.

11.30 बजे तक नहीं डाला गया एक भी वोट

इस दौरान दीनापट्टी सखुआ पंचायत के बूथ संख्या 73 पर करीब 11.30 बजे तक एक भी वोटिंग नहीं हुई. जबकि मतदान कर्मी सुबह सात बजे से ही मतदान कराने के लिए तैयार बैठे थे. जब कुछ देर तक एक भी मतदाता बूथ पर नहीं पहुंचे तो पता चला कि लोग विकास के विभिन्न मुद्दों को लेकर नाराज हैं. सूचना पाकर पहले प्रखंड विकास पदाधिकारी आशा कुमारी ने काफी समझाने का प्रयास किया और फिर वहां पहुंचे एसडीएम ने लोगों को समझा-बुझाकर मतदान के लिए तैयार किया. एसडीएम के आश्वासन पर करीब साढ़े चार घंटे बाद मतदान शुरू हुआ.

SDM के आश्वासन पर हुआ मतदान

दीनापट्टी सखुआ पंचायत के राजकीय मध्य विद्यालय सखुआ के मतदान केंद्र संख्या 73 पर सुबह 7 बजे से 11.30 बजे तक एक भी ग्रामीण नहीं पहुंचे थे. बताया गया कि 73 बूथों पर कुल 1168 मतदाता हैं. मतदान बहिष्कार की सूचना मिलने पर बीडीओ आशा कुमारी, थाना प्रभारी मंजू कुमारी, सीओ किसलय कुमार समेत अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी मतदाताओं को समझाने का प्रयास किया. ग्रामीणों की मांग थी कि जब तक डीएम मतदान केंद्र पर पहुंचकर आश्वासन नहीं देंगे तब तक वे मतदान नहीं करेंगे. एसडीएम संतोष कुमार मतदान केंद्र पर पहुंचे और ग्रामीणों की समस्या सुनकर समाधान का आश्वासन दिया. एसडीएम संतोष कुमार के आश्वासन के बाद 11.30 बजे के बाद ग्रामीणों ने मतदान शुरू किया.

ग्रामीणों ने SDM को सौंपा मांग पत्र

ग्रामीणों ने एसडीएम को बहिष्कार का कारण बताते हुए मांग पत्र सौंपा है. ग्रामीणों ने बताया कि यहां अपराध चरम पर है. कानून व्यवस्था सही नहीं है इसके कारण लोग भय के माहौल में जीने को मजबूर है. पंचायत में अस्पताल नहीं हैं. इसके कारण 15 से 20 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. दीनापट्टी सखुआ पंचायत में पंचायत सरकार भवन का कार्य चार वर्षों से अधूरा है. नल जल की स्थिति खराब है. पंचायत में किसी भी विद्यालय के पठन पाठन की व्यवस्था सही नहीं है. वर्षों से एक ही विद्यालय में पढ़ा रहे शिक्षकों की तबादले की मांग किया गया. कहा कि स्थानीय शिक्षक के गांव में होने से पठन पाठन सही से नहीं हो पाता है. पंचायत में राशन कार्ड के नाम पर जनता से उगाही किया जाता है.

वहीं मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत हरिपुर कला पंचायत के राजकीय कन्या प्राथमिक विद्यालय तिनकोनमा के मतदान केंद्र संख्या 41, 42 तथा 43 पर भी तिनकोनमा के ग्रामीणों ने भी शिक्षा, सड़क तथा अन्य मुद्दों को लेकर नाराज दिखे इसके कारण एक घंटे बाद मतदान प्रारंभ किया गया.

साहेबगंज में मतदाता की पिटाई से वोटर हुए नाराज

साहेबगंज इटाहारी बूथ संख्या 48 पर एक मतदाता की पुलिस ने पिटाई कर दी. जिससे कुछ देर के लिए हंगामा मच गया. पुलिस पदाधिकारी की कार्यशैली से नाराज ग्रामीण एकजुट होकर मतदान केंद्र से बाहर चले गये और वोटिंग का बहिष्कार किया. हालांकि सूचना पर पहुंचे वरीय पदाधिकारी के समझाने और लोगों को समझाने के बाद मतदान दोबारा शुरू हुआ. उक्त पुलिस पदाधिकारी को उठा लिया गया.

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