Bengal Election 2021 से पहले वाममोर्चा को झटका, बिहार की सबसे ‘बड़ी कम्युनिस्ट पार्टी’ अलग से लड़ सकती है चुनाव
West Bengal Vidhan Sabha Chunav 2021 : बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले वाममोर्चा को एक बड़ा झटका लग सकता है. दरअसल सीपीआई माले विधानसभा चुनाव में अलग से चुनाव लड़ने पर विचार कर रही है और माले ने इसके लिए कैंडिडेट सेलेक्शन पर भी काम शुरू कर दिया है. बता दें कि बिहार चुनाव के दौरान माले सीपीएम और सीपीआई के साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी.
By Prabhat Khabar Digital Desk | February 26, 2021 9:38 AM
बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले वाममोर्चा को एक बड़ा झटका लग सकता है. दरअसल सीपीआई माले विधानसभा चुनाव में अलग से चुनाव लड़ने पर विचार कर रही है और माले ने इसके लिए कैंडिडेट सेलेक्शन पर भी काम शुरू कर दिया है. बता दें कि बिहार चुनाव के दौरान माले सीपीएम और सीपीआई के साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी.
मिली जानकारी के अनुसार बंगाल में माले 10-12 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है. माले इन सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. हालांकि ये उम्मीदवार कांग्रेस कोटे की सीट पर उतारे जाएंगे यआ सीपीएम कोटे पर यह अभी तय नहीं हुआ है. बता दें कि बंगाल चुनाव में सीपीएम और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रही है.
बिहार में माले सबसे बड़ी पार्टी है. माले को बिहार विधानसभा चुनाव में 12 सीटों पर जीत मिली थी, वहीं सीपीएम और सीपीआई को सिर्फ दो-दो सीटों से संतोष करना पड़ा था. बतातें चलें कि माले का वोट फीसदी भी दोनों दल से अधिक है. वहीं बिहार में समाले को एक काडर बेस पार्टी माना जाता है. हाल ही में चुनाव आयोग ने माले को राज्य पार्टी का दर्जा भी दिया है.
कब है बंगाल में चुनाव – बता दें कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की घोषणा फरवरी के अंतिम हफ्ते या मार्च के पहले सप्ताह में किए जाने की संभावनाएं जताई जा रही है. वहीं इस बार चुनाव अप्रैल और मई के महीने में होगा. बंगाल विधानसभा की अवधि 30 मई तक है, ऐसे में माना जा रहा है कि चुनाव इससे पहले हो जाएगा.