सुसाइड नेट में क्या लिखा है
घटना को लेकर पुलिस उपायुक्त ने बताया कि आत्महत्या करने वालों में एक व्यक्ति, उसकी पत्नी, उसके माता-पिता, दंपति का छह साल का बेटा और 10 और 13 साल की दो बेटियां शामिल हैं. हालांकि, सुसाइड नोट में किसी का नाम नहीं लिखा है, लेकिन इसमें रूपये के लेन देन का ब्योरा लिखा है. बता दें, यह परिवार का मुखिया ठेकेदार का काम करता था. इस परिवार ने कुछ लोगों को उधार रुपये दिये थे लेकिन वो पैसा लेनदार वापस नहीं कर रहे थे. इस कारण परिवार ने सामूहिक खुदकुशी कर ली.
पुलिस उपायुक्त ने कहा कि ठेकेदार के रूप में काम करने वाले मनीष सोलंकी फंदे पर लटका हुआ पाया गया, जबकि तीन बच्चों सहित उनके परिवार के छह सदस्यों के शव घर के बिस्तर और फर्श पर पड़े मिले. पुलिस ने कहा कि जहरीला पदार्थ खाने से उनकी मौत हुई है.
लेनदार नहीं चुका रहे थे उधार की रकम
पुलिस उपायुक्त (जोन-5) आर पी बरोट ने कहा ने कहा कि घर से बरामद सुसाइड नोट के अनुसार परिवार ने किसी को पैसे उधार दिए थे और राशि वापस नहीं मिल पाने के कारण वे आर्थिक तंगी का सामना कर रहे थे, जिसके कारण परिवार ने यह कदम उठाया है. सूरत के महापौर निरंजन जांजमेरा ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सोलंकी ने खुद को फांसी लगाने से पहले अपने परिवार के सदस्यों को जहर दे दिया.
भाषा इनपुट से साभार
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