चास, भाजपा ने चास प्रखंड मुख्यालय के सामने आक्रोश प्रदर्शन किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बोकारो के पूर्व विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार मेंभ्रष्टाचार चरम सीमा पर है. बालू का अवैध खनन कर तस्करी की जा रही है. सरकार एक भी बालू घाट की नीलाम नहीं कर पायी. बेरोजगारी बढ़ गयी है. बिजली पानी की लचर व्यवस्था से ग्रामीणों में आक्रोश है, रोज अबुआ राज में जनता लूट का शिकार होती जा रही है. हेमंत सरकार में फैले भ्रष्टाचार, चरमराई कानून व्यवस्था, बदहाल बिजली-पानी की स्थिति और भ्रष्ट तंत्र को संरक्षण देने वाली सरकार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी सड़क से लेकर सदन तक लगातार संघर्षरत है. राज्य में अपराधी बेखौफ है, दिनदहाड़े घटना को अंजाम दे रहे है.
सुरक्षा कर्मियों ने गेट कर दिया बंद
पूर्व विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि सोमवार की शाम चास में जिस तरह से दिनदहाड़े दुकान में लूट की गयी, ये गिरती कानून व्यवस्था का उदाहरण है. भाजपा जिलाध्यक्ष जयदेव राय सहित सभी वक्ताओं ने राज्य सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार व गिरती कानून व्यवस्था पर निशाना साधा. इससे पहले जैसे ही कार्यकर्ता पहुंचे सुरक्षा कर्मियों ने प्रखंड द्वार बंद कर दिया. इस दौरान आक्रोशित कुछ भाजपा नेता व कार्यकर्ताओं ने चास प्रखंड के मुख्य द्वार को क्षतिग्रस्त कर दिया.
ये थे माैजूद
मौके पर भाजपा नेता रोहित लाल सिंह, शशि भूषण ओझा मुकुल, धीरज झा, संजय त्यागी, मुकेश राय, कमलेश राय, विवेक सिंह, दिलीप श्रीवास्तव, अर्चना सिंह, रामलाल सोरेन, माथुर मंडल, मनोज सिंह, हरीश चंद्र सिंह,विनय किशोर,पन्नालाल कांदु, विक्रम महतो, धनंजय चौबे, अविनाश सिंह, अनिल सिंह, विक्की राय, हरिपद गोप, बाटुल प्रामाणिक, अमर स्वर्णकार, ऋषभ राय, मंतोष ठाकुर, रघुनाथ टुडू, सुभाष सिंह, मनराज सिंह, सुजीत चक्रवर्ती , रितु रानी सिंह, त्रिलोकी सिंह, डॉ परिंदा सिंह, एंजेला सिंह सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे.
चास प्रखंड कार्यालय के पास भाजपा व कांग्रेस में कहासुनी
चास, चास प्रखंड कार्यालय के पास आक्रोश प्रदर्शन के दौरान कार्यालय का गेट खोलने को लेकर हंगामा हुआ. भाजपाई बंद गेट के अंदर जाने का प्रयास कर रहे थे. तभी वहां कांग्रेस नेता सह चास प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष महावीर सिंह पहुंच गये. उन्होंने गेट को तोड़ने के प्रयास का विरोध किया. इसके बाद भाजपा व कांग्रेस कार्यकर्ताओं में कहा सुनी होने लगी. अन्य लोगों द्वारा बीच बचाव होने के बाद मामला शांत हुआ. श्री चौधरी ने कहा कि आंदोलन व धरना प्रदर्शन करना सबका अधिकार है, लेकिन प्रदर्शन के नाम पर सरकारी संपत्ति का नुकसान पहुंचाना गलत है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है