Home झारखण्ड पूर्वी सिंहभूम गालूडीह: नहाने के दौरान पांव फिसलने से महिला की डूबकर मौत, गांव में मातम

गालूडीह: नहाने के दौरान पांव फिसलने से महिला की डूबकर मौत, गांव में मातम

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गालूडीह: नहाने के दौरान पांव फिसलने से महिला की डूबकर मौत, गांव में मातम
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गालूडीह. गालूडीह प्रखंड की उलदा पंचायत के चंद्ररेखा गांव के पास गुरुवार को सुवर्णरेखा नदी में नहाने के दौरान पानी में डूबने से महिला की मौत हो गयी. मौत की खबर सुन गांव में मातम पसर गया है. ग्रामीणों के अनुसार, एमजीएम थाना अंतर्गत नारगा गांव निवासी भाग्य कैवर्त की पत्नी सनका कैवर्त (30) मंगलवार को कीर्तन सुनने के लिए अपने पिता (मायके) सोखा कैवर्त के घर चंद्ररेखा गांव आयी थी. सनका का पति घटिया के एक ईंट-भट्ठा में मजदूरी करता है. गुरुवार सुबह सनका अपने पांच बच्चों के साथ नहाने के लिए रेलवे ब्रिज के पास सुवर्णरेखा नदी गयी थी. नहाने के दौरान पांव फिसलने से वह एकाएक गहरे पानी में चली गयी. मां को डूबते देख घाट के ऊपर बैठे बच्चे रोने लगे. रोने की आवाज सुनकर नदी से कुछ दूरी पर बकरी चरा रही सनका कैवर्त की बहन मेनका कैवर्त दौड़ कर बचाने गयी. फिर ग्रामीणों के साथ मिलकर सनका को पानी से बाहर निकाला गया. तब तक सनका की मौत हो चुकी थी. घटना के बाद ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे. ग्रामीणों ने इसकी सूचना गालूडीह पुलिस को दी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडल अस्पताल घाटशिला भेज दिया.

पांच मासूम बच्चों के सिर से उठा मां का साया

सनका कैवर्त की मौत से उसके पांच मासूम बच्चों के सिर से मां का साया उठ गया. सनका की बेटी बबनी कैवर्त, सबनी कैवर्त, भारती कैवर्त, मीठू कैवर्त और बेटा साहिल कैवर्त का रो-रोकर बुरा हाल है. सरकारी नियमानुसार, पानी में डूबने से होने वाली मौत पर आश्रितों को चार लाख रुपये मुआवजा का प्रावधान है. ग्रामीणों ने बताया कि सनका कैवर्त के परिवार में किसी के पास आधार कार्ड नहीं है. ऐसे में बिना आधार कार्ड योजना का लाभ मिलने में दिक्कत होगी. मृतक सनका के पति मजदूरी कर और मछली पकड़ कर गुजारा करता है.
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